आईपीएल 2022 के 55वें मैच दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ एमएस धोनी (MS Dhoni) की येलो आर्मी ने जोरदार वापसी की और विरोधी टीम को 91 रनों के बड़ें अंतर से हार का स्वाद चखाया. इस सीजन में यह सीएसके की अब तक सबसे शानदार जीत रही. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चौथी जीत दर्ज करने के बाद कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) के बयान में प्लेऑफ की रेस से दूर जाने का भी दर्द छलका. इसका अंदाजा आप उनके बयान से लगा सकते हैं.
हम टॉस जीतना चाहते थे- कप्तान
दरसअल आईपीएल 2022 की शुरूआत में कप्तानी रविंद्र जडेजा को सौंपी गई थी और उन्होंने खासा निराश भी किया. लेकिन, अब जब धोनी के हाथ में दोबारा टीम की कप्तानी आ चुकी है तो मलाल इस बात का है कि चेन्नई लगभग प्लेऑफ की रेस से बाहर होने की कगार पर खड़ी है. डीसी के खिलाफ मिली जीत जीत के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने कहा,
"यह एक आदर्श खेल था. बेहतर होता कि हम इस तरह की लय कहीं पहले ही हासिल कर लेते. आज बल्लेबाजों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया. हम टॉस जीतना चाहते थे और पहले गेंदबाजी का फैसला करना चाहते थे. लेकिन, ठीक है. टॉस हारना भी अच्छा रहा. यहां गेंद रुकती है. यह 13 से 14 ओवर के बाद ही रिएक्ट करती है."
सिमरजीत और मुकेश जैसे गेंदबाजों को परिपक्व होने की जरूरत- कप्तान
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन पर जीत के बाद बात करते हुए कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कहा,
"हमने पहली पारी में बोर्ड पर पर्याप्त स्कोर सेट कर दिया था. जरूरत थी विरोधी टीम के बड़े-हिटर्स को रोकने की. सिमरजीत और मुकेश जैसे गेंदबाजों को परिपक्व होने में समय लगा है. उनके पास काबिलियत है.
जितना ज्यादा वो खेलेंगे, उन्हें खेल की उतनी ही समझ आएगी, जो उन्हें बेहतर बनाएगी. उन्हें पता चलेगा कि कौन सी गेंद कब फेंकनी चाहिए और कौन सी कब नहीं. टी-20 क्रिकेट के लिए यह जरूरी है कि गेंदबाज को पता हो कि कौन सी गेंद नहीं फेंकनी है."
मैं गणित का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं- कप्तान
आगे बल्लेबाजी को लेकर बात करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने कहा,
"मुझे मैदान पर एंट्री करने के साथ पहले ही गेंद से मारना पसंद नहीं है. अगर हम पहली 2 गेंदों में 8 रन बनाए तो यह फायदा देता है. लेकिन, 2 या 3 रन बनाएं तो यह नहीं. मैं गणित का बहुत बड़ा प्रशंसक नहीं हूं. स्कूल में भी मैं इसमें अच्छा नहीं था.
नेट रन रेट के बारे में सोचने से मदद नहीं मिलती है. आप सिर्फ आईपीएल का आनंद लेना चाहते हैं. जब दो अन्य टीमें खेल रही हों, तो आप दबाव और सोच में नहीं रहना चाहते. आपको बस यह सोचना है कि अगले गेम में क्या करना है. अगर हम प्लेऑफ में जगह बनाते हैं, तो बढिय़ा. लेकिन, अगर हम न भी करें तो यह दुनिया का अंत नहीं है."