कोरोना महामारी के कारण साल 2020 में क्रिकेट जगत पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था, एमएस धोनी समेत कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर थे जिन्हें खुद को प्रूफ करने के लिए ये साल बहुत जरूरी था, लेकिन महामारी के तांडव ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. इसके चलते ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को भी टालना पड़ा था. इस बीच पहली बार पूर्व सलेक्टर और स्पिनर सरणदीप सिंह ने माही को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है.
टी-20 वर्ल्ड कप रद्द होने के बाद एमएस धोनी ने लिया था संन्यास
दरअसल साल 2020 में कि आईपीएल और टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी तेजी से हो रही थी. लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही कोविड-19 की एंट्री ने सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया था. इस साल धोनी को लेकर लगातार चर्चाएं जारी थी, वो टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेंगे, लेकिन टूर्नामेंट रद्द करना पड़ा, और बीते साल ही 15 अगस्त को धोनी ने क्रिकेट जगत से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था.
साल 2020 में एमएस धोनी के फैंस उनके ऑस्ट्रेलिया में टी 20 विश्व कप में विकेटकीपर और बल्लेबाज के तौर पर खेलने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन इन सारी उम्मीदों तब पानी फिरा, जब आईपीएल से पहले ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने महामारी के चलते इस टूर्नामेंट को टालने का ऐलान कर दिया. जिसे लेकर सलेक्टर सरणदीप सिंह ने बड़ा बयान दिया है.
टी-20 वर्ल्ड कप खेलने के हकदार थे एमएस धोनी-सरणदीप सिंह
पूर्व कप्तान के डिसिजन के बारे में स्पोर्ट्सकीड़ा के इंद्रनील बसु के साथ हुई बातचीत में सरणदीप सिंह ने कहा कि, धोनी को लेकर पूरी चयन समिति का मानना है कि वो अपने प्रभावशाली और प्रेरणादायक करियर के बाद, एक अच्छे खेल के साथ अपने करियर को अलविदा कहने के सरणदीप सिंह हकदार थे.
"निश्चित तौर पर, वो खेलते भी, यदि (COVID-19 महामारी के चलते टूर्नामेंट रद्द नहीं होता). हम भी यही चाहते थे कि उन्हें निश्चित तौर पर टी 20 वर्ल्ड कप खेलना चाहिए था. क्योंकि वो पूरी तरह से फिट भी थे. ऐसे में उनके न खेलने के पीछे कोई वजह भी नहीं थी. अक्सर हम खिलाड़ियों की फिटनेस पर ज्यादा ध्यान देते हैं. ये भी सोचते हैं कि वो कितने वक्त तक खेल सकते हैं, और माही सबसे फिट हैं. उन्होंने प्रैक्टिस के दौरान कभी भी आराम नहीं किया.
एमएस धोनी ने हर ट्रॉफी को किया अपने नाम- सरणदीप सिंह
आगे बात एमएस धोनी के बारे में बात करते हुए सरणदीप सिंह ने यह भी कहा कि, उनके व्यवहार और अच्छे प्रदर्शन के चलते ही उन्हें चारो तरफ से सम्मान मिल रहा है.
'हमें भी यह महसूस होता है कि, एक खिलाड़ी जिसने भारत के लिए बहुत बेहतरीन खेला, इतनी सारी ट्रॉफियां जीतीं, एक भी ऐसी ट्रॉफी नहीं रही, जिसे उसने टीम इंडिया के नाम नहीं करवाया, ऐसे मे वो टी-20 वर्ल्ड कप खेलने के हकदार थे. यहां तक कि चयन समिति में सभी की व्यक्तिगत राय एक समान थी कि एमएस धोनी को इस टूर्नामेंट में खेलना का मौका दिया जाना चाहिए'.