"गुस्से से बात नहीं बनती", MS Dhoni ने रोहित शर्मा के मैदान पर गुस्सा करने पर साधा निशाना, साथ ही दिया 'गुरु मंत्र'
Published - 23 Sep 2022, 03:07 PM

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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) जितना अपनी बल्लेबाजी के लिए प्रसिद्ध थे, उतने ही अपने शांत स्वभाव की वजह से भी फैंस के दिलों पर राज करते थे। उन्हें क्रिकेट के मैदान पर शायद ही किसी ने गुस्सा करते हुए देखा हो।
मैच में किसी भी तरह की परिस्थिति क्यों न हो उन्होंने कभी भी आसानी से अपना आपा नहीं खोया और इसी वजह से वे विश्वभर में 'कैप्टन कूल' के नाम से जाने जाते हैं। वहीं, अब संन्यास लेने और कप्तानी छोड़ने के कई सालों बाद उन्होंने बताया कि आखिर क्यों वे मैदान पर गुस्सा नहीं करते थे।
MS Dhoni ने किया अपने स्वभाव को लेकर बड़ा खुलासा
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान माही ने खुलासा किया कि वह हमेशा अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वह भी एक इंसान ही हैं। उन्होंने (MS Dhoni) लिवफास्ट में बातचीत के दौरान अपने स्वभाव को लेकर कहा कि,
"ईमानदारी से कहूं तो जब हम मैदान पर होते हैं, तो हम कोई गलती नहीं करना चाहते हैं, चाहे वह मिसफील्डिंग हो, कैच ड्रॉप हो या कोई अन्य गलती हो। मैं हमेशा यह जानने की कोशिश करता हूं कि किसी खिलाड़ी ने कैच क्यों छोड़ा या किसी ने मिसफील्ड क्यों किया? गुस्सा करने से बात नहीं बनती। पहले से ही 40,000 लोग स्टैंड से देख रहे हैं और करोड़ों लोग मैच देख रहे होते हैं (टीवी, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर)। मुझे देखना था कि क्या कारण था (फील्डिंग में चूक के लिए)। अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर शत-प्रतिशत चौकस है और उसके बावजूद उससे कैच छूट जाता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।"
खिलाड़ियों की गलतियों का कारण जानने की कोशिश करते थे MS Dhoni!
एमएस (MS Dhoni) ने अपनी बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वे खिलाड़ियों की गलतियों का कारण जानने की कोशिश किया करते थे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों से मैदान पर गलतियां हो जाती है। 'कैप्टन कूल' ने कहा,
"हालांकि, मैं यह भी देखना चाहता हूं कि इससे पहले उन्होंने अभ्यास के दौरान कितने कैच लपके...कहीं उन्हें दिक्कत तो नहीं हुई और वह बेहतर होने की कोशिश कर रहे हैं या नहीं। मैं कैच छूटने पर ध्यान देने के बजाय इन सभी पहलुओं पर ध्यान देता था। हो सकता है कि हम उसकी वजह से एक मैच हार जाएं, लेकिन कोशिश हमेशा उनको जानने की रहती थी। मैं भी इंसान हूं। मैं अंदर से वैसा ही महसूस करूंगा जैसा आप सभी ने महसूस किया।"
बाहर बैठकर खिलाड़ियों को आंकना आसान है: MS Dhoni
धोनी ने आगे कहा कि बाहर बैठकर खिलाड़ियों के फैसलों पर टिप्पणी करना बेहद ही आसान होता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा,
"जब आप बाहर जाकर आपस में मैच खेलेंगे तो आपको बुरा लगेगा। हम अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए हमें बुरा लगेगा, लेकिन हम हमेशा कोशिश करते हैं और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करते हैं। बाहर बैठकर यह कहना हमेशा आसान होता है कि हमें एक निश्चित तरीके से खेलना चाहिए था, लेकिन यह आसान नहीं है। हम अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी खिलाड़ी भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वे वहां खेल खेलने के लिए हैं और कई बार उतार-चढ़ाव आते रहेंगे।"
MS Dhoni आ चुके हैं मैदान पर गुस्से में नजर
बता दें कि ऐसा नहीं है कि एमएस धोनी को कभी भी क्रिकेट के मैदान पर गुस्से में नहीं देखा गया। क्रिकेट के दौरान कई ऐसे मौके आए हैं जब माही भी अपना आपा खोते हुए नजर आए हैं। श्रीलंका के खिलाफ वे कुलदीप यादव पर भड़कते हुए नजर आए थे। इसके अलावा 2018 में भी मनीष पांडे पर एमएस आग बबूला हो गए थे।
आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भी वह दीपक चाहर पर बरसते हुए दिखाई दिए। वहीं, हाल ही में आईपीएल 2022 के दौरान अपने टीम के गेंदबाज मुकेश चौधरी पर गुस्सा हो गए थे। उनके ओवर में सनराइजर्स हैदरबाद के बल्लेबाज ने जमकर रन बटोरे थे। जिसके चलते माही का गुस्सा चौधरी पर फूट पड़ा।
ऑथर के बारे में

मानवी नौटियाल एक उत्साही और अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जिन्हें खेलों की दुनिया से गहरा लगाव है।... रीड मोर