“मैं पल दो पल का शायर हूं…पल दो पल मेरी कहानी है…”, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने आज से ठीक 2 साल पहले मुकेश के द्वारा गाये गए इस गाने के मायने पूरी तरह से बदल कर रख दिए। 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा करने के लिए एमएस धोनी ने इसी गाने के जरिए बिना कहे सब कुछ कह दिया। अब आईसीसी की ओर से भी माही की याद में एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है। जो पूर्व कप्तान के रुतबे को विश्व क्रिकेट में दर्शाने के लिए काफी है।
आईसीसी ने MS Dhoni को दिया खास ट्रिब्यूट
भारत में क्रिकेट के नए आयाम गढ़ने वाले महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की लोकप्रियता में संन्यास के बाद भी कोई गिरावट नहीं आई है। बल्कि गुजरते समय के साथ धोनी अपने फैंस के दिलों में गहराई से उतरते जा रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने के 2 साल बाद भी इस खिलाड़ी की करिश्माई छवि सोशल मीडिया पर तहलका मचाने के लिए काफी है।
गाहे-बगाहे कहीं माही का नाम टहलता हुआ दिख जाए तो लोग उसकी ओर जाने से खुद को रोक नहीं पाते हैं। इसी बीच आईसीसी ने पूर्व भारतीय कप्तान के संन्यास लेने की दूसरी वर्षगांठ पर एक खास वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। जिससे आपके रोंगटे खड़े होना लाजमी है।
यहां देखें वीडियो -
3 आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान है MS Dhoni
एमएस धोनी (MS Dhoni) को भारतीय क्रिकेट टीम की रूप रेखा बदलकर रख देने वाले खिलाड़ी के रूप में हमेशा ही याद किया जाएगा। साल 2007 में उन्होंने युवा खिलाड़ियों से सजी टीम की अगुवाई करते हुए आईसीसी टी20 विश्वकप जीतने के साथ ही बता दिया था कि वे विश्व क्रिकेट में राज करने के लिए आ गए हैं।
उन्होंने अपनी अगुवाई में भारत को 28 साल बाद 2011 में विश्वकप जितवाया था। इसके बाद साल 2013 में वे चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के साथ ही तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान बन गए थे।
टीम इंडिया को हमेशा खलेगी MS Dhoni की कमी
चाहे बल्लेबाजी हो या कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी ने अपने अविश्वसनीय योगदान से भारतीय क्रिकेट की धरोहर को अमूल्य बना दिया है। क्रिकेट में कुछ शॉट्स तो माही के नाम से ही जाने जाते हैं। 16 साल के अपने करियर में पूर्व कप्तान ने को आलोचना का सामना भी करना पड़ा, लेकिन अंत में जब कुछ नहीं बचता तो भारतीय फैंस “धोनी है संभाल लेगा” के वाक्यांश के साथ खुद को हिम्मत दिया करते थे। माही की रुखसती के 2 साल बाद भी टीम इंडिया का कोई भी खिलाड़ी उनकी कमी को पूरा नहीं कर पाया है।