धोनी के क्रिकेटर बनने के पक्ष में कभी नहीं थे पिता, लेकिन एक चमत्कार ने बदली हस्तरेखा, बन गए दुनिया के सबसे ‘कैप्टन कूल कप्तान’

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के माता-पिता के स्टेडियम में नजर आए, जहां उन्होंने थला की बैटिंग का लुफ्त उठाया. लेकिन, एक समय था जब वो अपने बेटे को क्रिकेटर नहीं बनाना चाहते थे.

author-image
Rubin Ahmad
New Update
धोनी के पिता नहीं चाहते बेटा बने क्रिकेटर, फिर धोनी के कुछ ऐसे किया कमाल तो अब पूरी दुनिया करती है सलाम 

धोनी के पिता नहीं चाहते बेटा बने क्रिकेटर, फिर धोनी के कुछ ऐसे किया कमाल तो अब पूरी दुनिया करती है सलाम  Photograph: (Google Images)

महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) भारत के सबसे सफल कप्तानों में एक हैं. उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट मेंअपना लोहा मनवाया है. इतना ही नहीं उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में काफी नाम कमाया है. धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को 5 बार आईपीएल में खिताब जीताया. वहीं धोनी 43 साल की उम्र में आईपीएल के 18वें सीजन में क्रिकेट खे रहे हैं. वही सीजन का 17वां मुकाबला दिल्ली और चेन्नई के बीच खेला गया. इस मुकाबले में धोनी के माता-पिता के स्टेडियम में नजर आए.  जहां उन्होंने थला लाइव मैच में खेलते हुए देखा. क्या आप जानते हैं एक समय ऐसा भी था कि धोनी के पिता उन्हें क्रिकेट नहीं बल्कि पढ़ा-लिखाकर एक कामयाब बनाना चाहते हैं. लेकिन, आज धोनी की पूरी दुनिया दिवानी है. 

MS Dhoni के पिता नहीं चाहते थे उनका बेटा बने क्रिकेटर

MS Dhoni के पिता नहीं चाहते थे उनका बेटा बने क्रिकेटर
MS Dhoni के पिता नहीं चाहते थे उनका बेटा बने क्रिकेटर Photograph: (Google Images)

 इस बात में किसी कोई संकोच नहीं होना चाहिए महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की गिनती दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में होती है. उन्होंने भारत को 3 आईसीसी ट्रॉफी और चेन्नई सुपर किंग्स  को 5 आईपीएल खिताब जीताए हैं. धोनी आज दुनिया के सबसे रिच क्रिकेटर्स की श्रेणी में आते हैं. क्या आप जानते हैं उनका जन्म एक मीडिल क्लास फैमली में हुआ था.

 उनके पिता एक कन्स्ट्रक्शन कंपनी, MECON में जूनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत थे. परिवार को चलाने के काफी मुश्किलों सामना करना पड़ता था. इसलिए धोनी के पिता पान सिंह अपने बेटे धोनी को पढ़ा लिखाकर एक सफल बनाना चाहते थे. लेकिन, धोनी को शुरू से ही क्रिकेट खेलने पर ही ध्यान था.कुछ समय तक महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर के तौर पर भी काम किया. मगर, वहां भी उनका दिल नहीं लगा और नौकरी से साथ साथ क्रिकेट भी खेल रहे थे.

उन्होंने नौकरी छोड़ क्रिकेट को चुना. जिसके लिए उन्हें अपने माता-पिता के गुस्से का भी सामना करना पड़ था. लेकिन, धोनी की बड़ी बहन जयंती गुप्ता थीं जिन्होंने अपने भाई को काफी सपोर्ट किया. जिसका परिणाम यह मिला कि पूरी दुनिया धोनी खेलते हुए देखना चाहती है, उन्हें भारत नहीं विश्व भर में पसंद किया जाता है. इसके पीछे धोनी की कड़ी मेहनत है. जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.

पहली बार MS Dhoni के माता-पिता मैदान में आए नजर 

एमएस धोनी के पास रिपोर्ट्स अनुसार एमएस धोनी का नेटवर्थ 1,000 करोड़ से भी अधिक है.  उन्हें अलीशान घर से लेकर महंगी कार और बाइक्स का बहुत शौक है. लेकिन, वह बहुत ही साधारण जीवन जीना पंसद करते हैं. सोशल मीडिया से काफी दूर रहते हैं. वहीं उनका परिवार भी कभी लाइमलाइट में नहीं आता है.

लेकिन, IPL 2025 के 17वें मैच के दौरान पहली बार धोनी के माता-पिता स्टेडियम में नजर आए. उन्हें दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के मैच के दौरान एक साथ देखा गया. जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं धोनी आईपीएल में अपना आखिरी सीजन खेल रहे हैं. जिसके बाद वह संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. 

यह भी पढ़े:  ब्रेकिंग: लगातार मुंबई इंडियंस की हार के बीच आई बड़ी खबर, RCB के खिलाफ मैच के लिए नीता अंबानी ने कराई इस खूंखार खिलाड़ी एंट्री

MS Dhoni IPL 2025 csk