वीडियो : इस मामले में नहीं है धोनी का कोई सानी इस बार तो अम्पायर को भी धोनी ने किया गलत साबित
Published - 10 Dec 2017, 05:01 PM

वैसे तो क्रिकेट की भाषा में डीआरएस की फुल फॉर्म डिसीजन रिव्यू सिस्टम है, लेकिन अब क्रिकेट जगत ने डीआरएस का एक और नाम रख दिया है. जिसका नाम प्रसंशको ने 'धोनी रिव्यू सिस्टम' रखा है.
डीआरएस का नाम धोनी रिव्यू सिस्टम इसलिए पड़ा है, क्योंकि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का डीआरएस लेने में मामले में कोई सानी नहीं है. जब भी भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी डीआरएस लेते है, तो वह 99% सही रहते है.
धर्मशाला में हुए पहले वनडे में किया अंपायर को गलत साबित
जब भी भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान में डीआरएस लेते है, तो अंपायर गलत ही साबित हो जाते है और ऐसा ही कुछ धोनी ने धर्मशाला में हुए पहले वनडे में भी किया. जहां उन्होंने अंपायर को एक बार फिर अपने धोनी रिव्यू सिस्टम से गलत साबित किया.
कुछ इस तरह हुआ मामला
दरअसल हुआ यु, कि भारत और श्रीलंका के बीच जो दूसरा वनडे मैच खेला जा रहा था. उसमे भारतीय टीम की पारी के 33वें ओवर में श्रीलंका के गेंदबाज परिताना गेंदबाजी कर रहे थे और स्ट्राइक पर भारत के जसप्रीत बुमराह थे और नॉन स्ट्राइक पर महेंद्र सिंह धोनी थे.
श्रीलंका के गेंदबाज परिताना के इस ओवर की एक गेंद पर जसप्रीत बुमराह को अंपायर द्वारा एलपीडब्लू आउट दिया गया, लेकिन तुरंत नॉन स्ट्राइक पर खड़े महेंद्र सिंह धोनी ने भाप लिया की बाल आउट साइड ऑफ है, इसलिए उन्होंने तुरंत बुमराह को रिव्यू लेने का इशारा किया और खुद भी रिव्यू लेने के लिए अंपायर से कहा और इसके बाद जब तीसरे अंपायर ने इसकी जांच की तो यह फैसला धोनी के पक्ष में ही आया और धोनी ने अपने रिव्यू सिस्टम से एक बार फिर अंपायर को गलत साबित कर दिखाया. वैसे आपकों बता दे, कि नियम यह है, कि डीआरएस या तो टीम का कप्तान लेता है या खिलाड़ी ले सकता है.
यहाँ देखे घटना का वीडियो
When Dhoni made the right call, yet again! https://t.co/QPoGVKtwz4
— Manish Tiwari (@eemanishtiwari) December 10, 2017
खेली 65 रन की शानदार पारी
धर्मशाला में भारतीय टीम की बल्लेबाजी को देखकर ऐसा लग रहा था, कि वह धर्मशाला में चल रहे इस पहले वनडे मैच में 100 रन का आँकड़ा भी नहीं छू पायेगी, लेकिन भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 87 गेंदों में 65 रन की एक शानदार साहसीक पारी खेली और भारतीय टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया.
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 87 गेंदों में 65 रन की अपनी शानदार पारी में 10 शानदार चौके व 2 गगनचुम्बी छक्के लगाये.