भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास के अबतक के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने साल 2020 में 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। सिर्फ भारत ही नहीं विश्व क्रिकेट को अपनी अमूल्य धरोहर सौंपने के बाद माही ने एक गाने में अपने पूरे क्रिकेट करियर को समेटते हुए घोषणा की कि अब वे कभी भारतीय जर्सी में मैदान पर नहीं उतरेंगे। आजादी का जश्न मना रहे हर भारत वासी की खुशी शाम होते हुए अपने कप्तान की रुखसती के ग़म में डूब गई।
2 साल पहले MS Dhoni ने लिया था संन्यास
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) हमेशा से ही किसी भी प्रकार से ताम-झाम और विवाद से दूर रहना पसंद करते थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने सफर के अंत की घोषणा भी उन्होंने बिना किसी प्रेस वार्ता या इवेंट के जरिए नहीं बल्कि "मैं पल दो पल का शायर हूं...पल दो पल मेरी कहानी है..." गाने के साथ ही अपने शानदार करियर के उतार-चढ़ाव को प्रदर्शित कर लिखा था,
"आप लोगों की तरफ से हमेशा मिले प्यार और सहयोग के लिए शुक्रिया। आज शाम 7 बजकर 29 मिनट के बाद से मुझे रिटायर ही समझें।"
MS Dhoni ने बढ़ाई टीम इंडिया की ट्रॉफी जीतने की भूख
एमएस धोनी (MS Dhoni) को भारतीय क्रिकेट टीम की रूप रेखा बदलकर रख देने वाले खिलाड़ी के रूप में हमेशा ही याद किया जाएगा। साल 2007 में उन्होंने युवा खिलाड़ियों से सजी टीम की अगुवाई करते हुए आईसीसी टी20 विश्वकप जीतने के साथ ही बता दिया था कि वे विश्व क्रिकेट में राज करने के लिए आ गए हैं।
इसके बाद सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी में भी रांची जैसे छोटे शहर से आया लंबे-भूरे बाल वाला लड़का भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाले हुए था, जिसमें सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज शामिल थे। 28 साल के लंबे इंतजार के बाद धोनी ने करोड़ों भारतीय फैंस का विश्वकप जीतने का सपना भी पूरा किया।
लेकिन उनकी ट्रॉफी की भूख खत्म नहीं हुई, साल 2013 में माही ने इंग्लैंड की सरजमीं पर उन्हीं को फाइनल में मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी भी अपने कब्जे में की। आज भी एमएस धोनी इन तीनों ट्रॉफी को जीतने वाले इकलौते कप्तान है। इसके अलावा उन्होंने अबतक 4 बार आईपीएल खिताब भी जीता है।
जब "धोनी है संभाल लेगा" वाक्यांश का हुआ अंत
क्रिकेट के मैदान में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का कोई जोड़ नहीं है, चाहे बल्लेबाजी हो या कप्तानी इस खिलाड़ी ने हर मोर्चे पर विश्व क्रिकेट को एक अलग परिभाषा गढ़ने पर मजबूर कर दिया। क्रिकेट में कुछ शॉट्स तो माही के नाम से ही जाने जाते हैं। 16 साल के अपने करियर में पूर्व कप्तान ने कई कड़े फैसले लिए जिसके लिए उनकी आलोचना भी की गई।
लेकिन अंत में वे फैसले टीम इंडिया के हित में गए जिसके बाद सभी की शिकायत भी दूर हुई। भारतीय क्रिकेट टीम को हारी हुई बाजी जिताने का दम रखने वाला ये खिलाड़ी क्रीज पर जमा रहता था हर भारतवासी की जुबान पर सिर्फ एक लाइन रहती थी "धोनी है संभाल लेगा"।
लेकिन विश्वकप 2019 का सेमीफाइनल और धोनी का वो रन आउट आज भी फैंस के दिल में शूल की तरह चुभता है। क्योंकि इसी दिन भारत का विश्वकप जीतने का सपना टूटा था और भारतीयों ने अपने कैप्टन कूल को आखिरी बार भारत की नीली जर्सी में देखा था।