Mohammed Siraj: कल यानि 25 जनवरी से भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने जा रही है। हैदराबाद में दोनों टीमों की भिड़ंत तय है। लेकिन उससे पहले दोनों ही ओर से जुबानी जंग शुरू हो चुकी है, इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने कप्तान बेन स्टोक्स की अगुवाई में बैजबॉल अंदाज में जिस तरह टेस्ट क्रिकेट खेलने का नया तरीका सामने रखा है उसकी चर्चा हर ओर की जा रही है। इसी कड़ी में अब भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने भी इंग्लैंड के बैजबॉल पर अपनी राय दी है।
Mohammed Siraj ने बैजबॉल पर दिया बयान
बैजबॉल से इंग्लैंड क्रिकेट टीम को एक नई पहचान मिली है। साल 2015 से जिस तरह अंग्रेजों ने सफेद गेंद के खेल को ज्यादा आक्रमकता के साथ खेलना शुरू किया इसी का दर्पण अब टेस्ट क्रिकेट में भी देखने को मिलता है। अब भारत जैसी मजबूत टीम ने इंग्लैंड का सामना है तो बैजबॉल की चर्चा तेजी पर है।
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जब मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) से इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने खुले शब्दों में कहा कि इंग्लैंड का रवैया भारत में नहीं चलने वाल है। सिराज का मानना है कि यदि इंग्लिश टीम ने ज्यादा आक्रामक खेल दिखाने की कोशिश भी की तो 5 दिन का टेस्ट मैच 1 या 2 दिन में खत्म हो सकता है। 29 वर्षीय गेंदबाज (Mohammed Siraj) ने कहा,
"इंग्लैंड का बैजबॉल भारत में नहीं चलने वाला है, अगर उन्होंने इसी के साथ जाने की कोशिश की तो टेस्ट मैच 1 या 2 दिन से ज्यादा नहीं चल पाएगा।"
आखिर क्या है बैजबॉल
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट के साधारण कप्तानी कार्यकाल के बाद जब ऑल राउंडर बेन स्टोक्स ने टीम की कमान संभाली तो अंग्रेज टीम एक नए तरीके से टेस्ट क्रिकेट में खेलती हुई नजर आई। बेन स्टोक्स का साथ देने के लिए ब्रेंडन मैकुलम भी इस तस्वीर में आए जिन्हें 'बैज' भी कहा जाता है। इस जोड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में क्रांति लाने के उद्देशय से बल्लेबाजों को तेज गति से रन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
जिसका नतीजा ये रहा कि साल 2023 में पाकिस्तान दौरे पर 1 दिन में 400 से ज्यादा रन बना डाले थे। इसके अलावा बैजबॉल का तात्पर्य तेज गति से रन बनाना ही नहीं बल्कि कुछ अतरंगी फैसले लेना भी है। जिससे बेन स्टोक्स पीछे नहीं हटते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि उनकी ये रणनीति भारत में कितनी कारगर होती है।
पिछले साल नाकाम बैजबॉल
मौजूदा समय में बैजबॉल का शोर तो बहुत है लेकिन पिछली साल इंग्लैंड को इसका कुछ खास फायदा होता हुआ नजर नहीं आया है। पाकिस्तान को उन्हीं के घर में क्लीनस्वीप करने के बाद अंग्रेज टीम के खाते में कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। न्यूज़ीलैंड में इंग्लैंड 1-1 से सीरीज ड्रॉ करवा पाया था तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज़ में 2-2 से बेनतीजा रही थी। अब भारत में बैजबॉल के लिए सबसे बड़ी चुनौती इंतजार कर रही है।
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