WI vs IND: वेस्टइंडीज दौरे पर गई टीम इंडिया ने 3 मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में हैरतअंगेज तरीके से जीत हासिल की है। जिसके सबसे बड़े नायक तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) रहे हैं, उन्होंने विंडीज के धाकड़ बल्लेबाजों के सामने अंत के ओवर में 15 रन का बचाव कर टीम इंडिया की झोली में जीत डाल दी है। ऐसे में सवाल है कि आखिरी कप्तान शिखर धवन ने मोहम्मद सिराज से ही क्यों वो आखिरी ओवर करवाया। इसका जवाब अब दिग्गज स्पिन गेंदबाज युजवेन्द्र चहल ने मैच के बाद दिया है।
Mohammed Siraj को आखिरी ओवर देने की वजह
मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) का हालिया प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है, हालांकि पिछली बार उन्होंने इंग्लैंड के दौरे पर शानदार गेंदबाजी कर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन वे अंत के ओवर में रन बचाने के लिए नहीं जाने जाते हैं।
मगर सिराज की शानदार गेंदबाजी के चलते विंडीज टीम लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई। मेजबानों को आखिरी ओवर में 15 रनों की दरकार थी, जिसमें सिराज ने महज 11 रन खर्च किये। सिराज (Mohammed Siraj) को आखिरी ओवर देने के बारे में सवाल किये जाने पर युजवेन्द्र चहल ने मैच के बाद हुई प्रेस वार्ता में कहा,
"हमें विश्वास था कि सिराज अंतिम ओवर में 15 रन का बचाव कर सकता है क्योंकि वह अपनी यॉर्कर फेंक रहा था। अपने पिछले दो ओवरों में भी वह मुश्किल से एक या दो यॉर्कर चूक गया था। हममें आत्मविश्वास था, लेकिन दबाव भी था। जिस तरह से वे (वेस्टइंडीज) बल्लेबाजी कर रहे थे। जब संजू सैमसन ने वाइड गेंद पर वह बचाव किया तो इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा।"
अपने प्रदर्शन पर भी युजवेन्द्र चहल ने की बात
वहीं युजवेन्द्र चहल ने भी वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच में सटीक गेंदबाजी कर टीम इंडिया की जीत में अपना योगदान दिया है। चहल ने अपने कोटे के 10 ओवर में 58 रन देकर 2 विकेट झटके हैं। जिसमें से एक विकेट धाकड़ बल्लेबाज रोवमन पॉवेल का था और दूसरा विकेट ब्रेंडन किंग का था जो अर्धशतक जमाकर मैच को भारत की पकड़ से दूर लेकर जा रहे थे। अपनी गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए चहल ने कहा,
"मुझे पता था कि गेंद पुरानी हो रही थी और आप बल्लेबाज को फिरकी में फंसा सकते हैं। मैं अपनी लाइन बदल रहा था और बाहर गेंदबाजी कर रहा था क्योंकि लेग साइड की बाउंड्री छोटी थी। मैं चाहता था कि वे मुझे कवर पर मारें।"
कुछ इस तरह टीम इंडिया ने जीता मैच, सीरीज में हासिल की 1-0 की बढ़त
अंत में बात की जाए मुकाबले की तो दोनों टीमों के बीच रोमांचक जंग देखी गई थी, कैरिबियाई कप्तान निकोलस पूरन ने टॉस जीतने के बाद भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था। जिसे स्वीकार करते हुए टीम इंडिया ने शिखर धवन, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर की बदौलत 308 रन बोर्ड पर लगाए।
विंडीज टीम को 309 रनों का लक्ष्य मिला। जिसके जवाब में मेजबान टीम की ओर से काइल मेयर्स, शमार ब्रुक्स, ब्रेंडन किंग ने अपनी टीम को जीत दिलाने की भरसक कोशिश की लेकिन ये टीम अपने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 305 रन ही बना पाई और टीम इंडिया ने 3 रन से मैच अपने नाम कर लिया।