IPL: इंडियन प्रीमियर लीग का 17वां सीजन अगले महीने 22 मार्च से शुरू होने जा रहा है. आईपीएल के आगामी सीजन की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल्स चैलेंजर बैंगलोर के बीच मैच से होगी. दोनों के बीच पहला मैच चेन्नई के चेपॉक में खेला जाएगा. इस सीजन में कई नए खिलाड़ियों पर नजर रहने वाली है.
एक तरफ जहां आईपीएल में कुछ नए भारतीय खिलाड़ी नजर आएंगे. तो वहीं कुछ भारतीय खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो आईपीएल को प्राथमिकता न देकर टीम इंडिया के लिए खेलने को प्राथमिकता देते हैं. आइए आपको उन तीन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो भारत कि टीम को प्राथमिकता देते है.
ये भारतीय खिलाड़ी IPL को नहीं बल्कि देश को देते हैं प्राथमिकता!
मोहम्मद शमी
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी फिलहाल चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चोट के कारण वह आईपीएल (IPL)का आगामी सीजन मिस करने वाले हैं. आपको बता दें कि उनके पैर में चोट लग गई थी. ये चोट तब लगी जब वो वर्ल्ड कप में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे थे.
वर्ल्ड कप ही नहीं, उन्होंने कई बार चोटिल होने के बाद भी भारत के लिए प्रदर्शन किया है. इससे साफ है कि शमी लीग क्रिकेट से ज्यादा अपने देश की राष्ट्रीय टीम को प्रमोट करते हैं. आपको बता दें कि शमी ने वनडे वर्ल्ड कप में 7 मैचों में 24 विकेट लिए थे. वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे.
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा टीम इंडिया के सबसे सीनियर बल्लेबाज हैं. उन्होंने भारत के लिए कई अहम पारियां खेली हैं, लेकिन पुजारा कभी भी आईपीएल (IPL)में सफल नहीं रहे. पुजारा को आईपीएल में भी ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला है. वहीं, वह खुद भी कभी टी20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देते नहीं दिखे, जहां दुनिया भर के खिलाड़ी टी20 फ्रेंचाइजी क्रिकेट के सिर्फ टी20 क्रिकेट ही खेलते हैं. वही पुजारा आज भी टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देते हैं.
पुजारा ने आईपीएल में सिर्फ 30 मैच खेले हैं. 35 वर्षीय बल्लेबाज इन मैचों में भी फ्लॉप रहे हैं, पुजारा के नाम आईपीएल में 20.52 की औसत से केवल 390 रन हैं। आईपीएल में पुजारा ने 99.74 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जो टी20 क्रिकेट के हिसाब से काफी कम है.
हनुमा विहारी
चेतेश्वर पुजारा की तरह हनुमा विहारी भी ऐसे ही बल्लेबाज हैं. एक तरफ जहां सभी खिलाड़ी आईपीएल (IPL) समेत कई बड़ी लीगों में खेलने के लिए टी20 को प्राथमिकता देते हैं. वही हनुमा विहारी भी लाल गेंद क्रिकेट को महत्व देते हैं. यही वजह है कि आईपीएल में उनकी हमेशा से ज्यादा पूछ नहीं रही है.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 सीरीज के दौरान सिडनी टेस्ट में शरीर पर कई घाव झेलने के बावजूद हनुमा ने मुकाबले को ड्रॉ करवाने में अहम भूमिका निभाई और भारत को हार के मुंह से बाहर लेकर आए. खुद विराट कोहली भी उनके इस कौशल के मुरीद है, एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व कप्तान ने इस बात को कबूला था.
विहारी ने आईपीएल में अब तक सिर्फ 24 मैच खेले हैं और इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ 284 रन निकले हैं. भारतीय बल्लेबाज ने अपना आखिरी मैच साल 2019 में इंडियन प्रीमियर लीग में खेला था. हनुमा ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए 16 टेस्ट मैचों में 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं.
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