पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज राशिद लतीफ (Rashid latif) ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) को लेकर बड़ा बयान दिया है. टीम इंडिया के एक से बढ़कर एक धुरंधर खिलाड़ियों ने अपनी बल्लेबाजी से विश्व पर में लोहा मनवाया है. जिसमें सचिन, द्रविड़ और गांगुली दिग्गज खिलाड़ियों का नाम सबसे ऊपर आता है. लेकिन क्रिकेट की दुनिया में किसी खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए किसी ना किसी कप्तान का हाथ जरूर होता है. इसी सिलसिले में राशिद लतीफ ने सचिन, द्रविड़ और गांगुली को बनाने का श्रेय टीम इंडिया के पूर्व कप्तान को दिया है. चलिए जानते हैं कौन है वो भारतीय खिलाड़ी?
Rashid latif ने इस खिलाड़ी को दिया श्रेय
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) सबसे सफल कप्तानों की लिस्ट में शुमार हैं. उनकी कप्तानी में कई खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौका मिला. जिसमें दिग्गज बल्लेबाज द्रविड़ और गांगुली का नाम भी टॉप पर आता है. वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ का मानना है कि अजहरुद्दीन ने अपनी कप्तानी में कई खिलाड़ी को उभारने का काम किया है. दुनिया के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को ओपनर बनाने के लिए बढ़ावा देने का श्रेय मोहम्मद अजहरुद्दीन को जाता है. ऐसा लतीफ का मानना है. राशिद लतीफ (Rashid latif) ने अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
"बहुत सारा श्रेय मोहम्मद अजहरुद्दीन को जाना चाहिए.वह चार-पांच महान भारतीय खिलाड़ी बनाने के लिए श्रेय के पात्र हैं. राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों को आकार देने का श्रेय मोहम्मद अजहरुद्दीन को दिया जाना चाहिए. वो बैटिंग में टॉप ऑर्डर में बैटिंग करने आए तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा और ना रुका. वो सचिन के ओपनिंग करने से पहले ही 70 के आसपास मैच खेले चुके थे."
शानदार रहा मोहम्मद अजहरुद्दीन का सफर
इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उन्होंने अपनी कप्तानी के साथ बल्लेबाजी में भी गहरी छाप छोड़ी है. अजहर ने 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था.जिसमें उन्होंने 110 रन की शतकीय पारी खेली. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. यही वजह थी कि 1996 में उन्होंने कलकत्ता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महज 74 गेंद में शतक जड़ दिया था.
इसके जरिए उन्होंने भारत के लिए सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने के कपिल देव के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी. साल 1992, 1996 और 1999 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले अजहर ने टीम इंडिया को 47 टेस्ट में से 14 टेस्ट जिताए. वहीं 174 वनडे में उन्होंने भारत को 90 मैच जिताए. जबकि मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं.