श्रीलंका (Sri Lnaka) दौरे पर पहुंची टीम इंडिया (Team India) को लेकर श्रीलंका के हेड कोच मिकी आर्थर (Mickey arthur) का बड़ा बयान आया है. इस समय भारत क्रिकेट की टीमें एक साथ दो अंतर्राष्ट्रीय दौरे पर है. विराट की कप्तानी में जहां मुख्य खिलाड़ी इंग्लैंड में हैं तो वहीं श्रीलंका के खिलाफ दूसरी टीम शिखर धवन की कप्तानी में इस दौरे पर पहुंची है. 18 जुलाई से इन दोनों का आमना सामना लिमिटेड ओवर की सीरीज में होना है. लेकिन इससे पहले मेजबान टीम के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने भारत को दूसरे दर्जे की टीम करार देते हुए ये कह दिया था ये श्रीलंकाई बोर्ड का अपमान है.
आईपीएल ऑल स्टार्स XI जैसी है भारतीय टीम
हालांकि बीते एक साल के अंदर मेजबान टीम के प्रदर्शन पर नजर डालें तो आंकड़े बेहद खराब और चौंकाने वाले रहे हैं. ऐसे में टीम के हेड कोच का मानना है कि उनकी टीम भारत के साथ होने वाली सीरीज को हल्के में नहीं लेगी. इस श्रृंखला की शुरूआत 13 जुलाई से होनी थी जो अब 18 जुलाई से होगी. कोरोना के मामले सामने आने के बाद इस शेड्यूल में बदलाव किया गया है.
इसी बीच मुख्य कोच मिकी आर्थर (Mickey arthur) ने अपने बयान में कहा है कि, श्रीलंका दौरे पर पहुंची भारत की मौजूदा टीम आईपीएल ऑल स्टार्स XI' जैसी है. इस बारे में स्पोटर्सस्टार के साथ हुए एक इंटरव्यू में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि,
"हम इस समय बदलाव के दौर में हैं. हम युवा खिलाड़ियों की खोज में हैं. ताकि टीम के लिए बेस्ट कॉम्बिनेशन बनाई जा सके. हम किसी भी तरह की कल्पना में नहीं हैं क्योंकि हम जानते हैं कि यह एक शानदार भारतीय टीम है".
टीम इंडिया के पास बेहतरीन खिलाड़ी हैं- श्रीलंकाई कोच
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मिकी आर्थर (Mickey arthur) ने कहा कि,
"टीम इंडिया के पास काफी सारे बेहतरीन क्रिकेटर हैं. यह एक आईपीएल ऑल-स्टार्स इलेवन के जैसी है. वे खिलाड़ियों का एक अविश्वसनीय ग्रुप हैं और हमारे लिए, यह युवा खिलाड़ियों को खोजने और टीम के लिए सही संभावित संयोजन बनाने का प्रयास करना है. अंतर्राष्ट्रीय कोच के तौर पर मेरे लिए बीते 12 सालों में यह सबसे कठिन दौरों में से एक रहा है".
दरअसल हाल ही में इंग्लैंड दौरे से लौटी श्रीलंकाई टीम का टी20 सीरीज में इंग्लिश खिलाड़ियों ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया था. जबकि तीन मैचों की वनडे में उसे 0-2 से श्रृंखला से हाथ धोना पड़ा था. इस बारे में कोच का कहना है कि,
"ये दौरा उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था और टीम के साथ सबसे गलत बात सिर्फ ये हुई थी कि निरोशन डिकवेला, कुसल मेंडिस और दानुष्का गुणातिल्का को बायो बबल के नियम तोड़ने की वजह से स्वदेश वापस लौटना पड़ा था".
इंग्लैंड दौरा मेरे लिए सबसे कठिन दौरों में से एक था- श्रीलंकाई मुख्य कोच
इस बार में बात करते हुए मिकी आर्थर (Mickey arthur) ने ये स्वीकार किया एक इंटरनेशनल कोच के तौर पर उनके करियर में ये सबसे कठिन दौरों में से एक था. उन्होंने कहा,
'यह अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण था. हम साल 2023 के विश्व कप के लिए एक विजन पाने के प्रयास में थे. हम युवा खिलाड़ियों को कुछ मौके देने की कोशिश में लगे थे.
लेकिन, इसके साथ ही आपको कुछ अनुभवी खिलाड़ियों की भी जरूरत है. फिर हमने 1, 4 और 5 नंबर खो दिया. जब उन्होंने बाहर जाने और डरहम घूमने का फैसला किया. यह वास्तव में हमारे लिए बेहद कठिन वक्त था. यह मेरे लिए अब तक का डिफिकल्ट दौरा था.'