Mickey Arthur: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज 4-0 से हारने के बाद इंग्लैंड की टेस्ट टीम आलोचनाओं के घेरे में आ गई। इसी कारण एशेज में मिली हार के बाद इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड, सहायक कोच ग्राहम थोर्प और मैनेजिंग डायरेक्टर एश्ले जाइल्स ने इस्तीफा दे दिया था। तो वहीं दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के पूर्व कोच मिकी आर्थर ने आईपीएल को इसका जिम्मेदार ठहराया। मिकी आर्थर के अनुसार इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को अपने खिलाड़ियों आईपीएल खेलने से रोकना होगा यदि वह टेस्ट टीम को बेहतर बनाना चाहते हैं।
England को अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने से रोकना चाहिए: Mickey Arthur
पिछले साल के अंत में श्रीलंका के कोच के रूप में पद छोड़ने के बाद इंग्लिश काउंटी डर्बीशायर में क्रिकेट प्रमुख का पद संभालने वाले Mickey Arthur ने कहा कि हाल के वर्षों में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन के लिए काउंटी क्रिकेट को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। Mickey Arthur ने एशेज में मिली करारी हार और इंग्लैंड टेस्ट टीम को बेहतर बनाने के लिए बोर्ड को अहम सुझाव दिया है। मिकी आर्थर ने इस सन्दर्भ में कहा है कि,
'इंग्लैंड ने एशेज सीरीज में पर्याप्त रन नहीं बनाए थे। यदि आप दोष देना चाहते हैं, तो आप इसे ही दोष दे सकते हैं। काउंटी क्रिकेट को दोष नहीं देना चाहिए। इतने लंबे समय से काउंटी क्रिकेट अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का वास्तव में अच्छा निर्माता रहा है। मुझे नहीं लगता कि सिस्टम में कोई समस्या है। यदि आप शुरुआती सीज़न में ताकत चाहते हैं, तो दुर्भाग्य से आपको अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने से रोकना होगा। आपको बेहतर टेस्ट टीम बनाने के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने वाले अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की तैयारी करवानी होगी।'
आईपीएल का हिस्सा बने इंग्लैंड टेस्ट टीम के खिलाड़ी
बता दें कि इंग्लैंड की टीम के कुछ खिलाड़ियों ने आईपीएल 2022 के मेगा ऑक्शन में अपना नाम नहीं दिया था, जिनमें बेन स्टोक्स का नाम सबसे ऊपर था। वहीं, जोफ्रा आर्चर को इसके बावजूद मेगा ऑक्शन में खरीद लिया गया है कि वे आईपीएल 2022 नहीं खेल पाएंगे। मुंबई इंडियंस ने 8 करोड़ रुपये में आर्चर को खरीदा है। इससे पहले जो रूट भी अपना नाम ऑक्शन में देना चाहते थे, लेकिन बाद में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट पर फोकस करने के लिए अपना नाम ऑक्शन में नहीं दिया था।