इंग्लैंड (England) के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम (Australia cricket team) को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. इस बारे में उनका क्या कहना है, इसके बारे में बताएंगे. लेकिन, उससे पहले ये जान लें कि, कंगारू टीम का प्रदर्शन गुजरते वक्त के साथ बेहद निम्नतर स्तर का होता जा रहा है. हर फॉर्मेट में खिलाड़ियों का बुरा हाल है, जिसकी वजह से बांग्लादेश जैसी टीमें भी उन्हें अपने आगे कुछ नहीं समझ रही हैं.
ऑस्ट्रेलिया टीम में मची उथल-पुथल का इंग्लैंड को एशेज सीरीज में होगा फायदा
ऑस्ट्रेलिया के लगातार खराब प्रदर्शन को देखते हुए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान का कहना है कि, कंगारू टीम में उथल-पुथल मची हुई है. हर फॉर्मेट में इन्हें हार का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि उसे बांग्लादेश के खिलाफ 5 टी20 की सीरीज में भी शिकस्त झेलनी पड़ी. कमेंटेटर का यह भी मानना है कि, कोच जस्टिन लैंगर (Justin Langer) बेहद सख्त किस्म के शख्स हैं और खिलाड़ियों को सच्चाई का सामना कराने से नहीं चूकते हैं.
शायद यही कारण है कि, उनके खिलाफ खिलाड़ी बगावत पर उतर आए हैं. इस बारे में माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि, इस वक्त इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए अच्छी बात यह है कि उसे जिस ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल के अंत में एशेज श्रृंखला खेलनी है वो उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है. हर फॉर्मेट में नतीजे निराशाजनक हैं. बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में मिली शिकस्त इसका बड़ा उदाहरण है.
खिलाड़ियों और कोचिंस स्टाफ के बीच टूट चुकी है यकीन की डोर
इंग्लिश टीम के पूर्व कप्तान ने यहां तक कह दिया कि, अब हालात ऐसे दिखाई दे रहे हैं जैसे खिलाड़ियों ने हमेशा सख्त रवैया अपनाने वाले कोच लैंगर के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. इससे टीम की मुसीबतें और भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं. उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि, इसमें किसी बात की शंका नहीं है कि, लैंगर सख्त मिजाज के व्यक्ति हैं. बतौर खिलाड़ी भी मैदान पर उनकी मौजूदगी कुछ ऐसी ही थी. ऐसे में वो अपना व्यक्तित्व पूरी तरह नहीं बदल सकते.
माइकल वॉन (Michael Vaughan) को ऐसा भी लगता है कि, ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम में यकीन की डोर अब कमजोर हो चुकी है. उनके बयान के मुताबिक, लैंगर एक खिलाड़ी के तौर पर हमेशा जुझारू और कड़क रहे हैं. उन्होंने बतौर कोच टीम में इसी तरह से लोगों को पिरोने का प्रयास किया. मुझे लगता है कि कुछ खिलाड़ियों को यह रास नहीं आया और अब हालात इस तरह के हो गए हैं कि, टीम में खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के बीच यकीन का बंधन पूरी तरह से टूट गया है. इसका भुगतान टीम को करना पड़ा रहा है.
लैंगर की सख्ती से शायद परेशान हैं कंगारू खिलाड़ी
अंत में माइकल वॉन (Michael Vaughan) इस विवाद के निष्कर्ष पर पहुंचतते हुए कहा कि मुझे शंका है कि, कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिनकी दुनिया भर की फ्रेंचाइजी लीग में खेलने की दिलचस्पी बढ़ चुकी है. जहां क्रिकेट से जुड़ा वातावरण सुकून भरा रहता है. यहां तक कि, रिजल्ट पर इतना ज्यादा हल्ला नहीं होता है. ऐसे में उन खिलाड़ियों को लैंगर की सख्ती शायद अब पसंद नहीं आ रही है.