मुंबई इंडियंस और चैन्नई सुपर किंग्स के बीच रविवार 8 अप्रैल को मुकाबला खेला गया। यह मुकाबले मुंबई की जान कहे जाने वाले वानखेड़े में खेला गया था। इस मैच में रोहित शर्मा एंड कम्पनी को 7 विकेट से हार मिली। इस हार के बाद भी कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का घमंड चूर नहीं हो रहा है। वह प्रेजेंटेशन के दौरान हार का हजम नहीं कर पा रहे है। उन्होंने गेदंबाजी और बल्लेबाजी की तो जमकर खबर ली है। लेकिन, एक बार फिर से वह 5 बार चैम्पियन कप्तान होने के घमंड में आ गए है। आईए जानते है उन्होंने क्या कुछ कहा।
Rohit Sharma ने गेंदबाज और बल्लेबाजो की ली खबर
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) बेशक बेहद शानदार कप्तान है। लेकिन, सीएसके के खिलाप राइवलरी में इस टीम को हार का सामना करना पड़ा। कप्तान धोनी के आगे हिटमैन एंड कम्पनी बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। इसी बीच उन्होंने गेंदबाजो को लताड़ते हुए कहा कि,
"हम बीच में रास्ता भटक गए, हमें जो शुरुआत मिली उसका फायदा नहीं उठा पाए। यह अच्छी पिच थी, 30-40 रन कम थे और बीच के ओवरों में इसे भुनाया नहीं जा सका। अपने स्पिनरों को श्रेय देना चाहिए, उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और हमें दबाव में रखा। आपको अलग-अलग चीजों को आजमाने की जरूरत है, आपको हमला करने और बहादुर बनने की जरूरत है।
हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं और उन्हें कुछ समय देना चाहिए। उनके पास वास्तविक प्रतिभा है और हमें उनका समर्थन करना होगा और उनकी क्षमता पर भरोसा दिखाना होगा जो हम कर रहे हैं। वरिष्ठ लोगों को मेरे साथ शुरुआत करने की जरूरत है। हम आईपीएल की प्रकृति को जानते हैं, जब टूर्नामेंट शुरू होता है तो हमें कुछ लय हासिल करने की जरूरत होती है और जब आप नहीं करते तो यह मुश्किल होता है।"
घमंड में आए Rohit Sharma
इसी बीच रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अपने कप्तानी के घमंड में आ गए है। वह इस हार को हार मानने को तैयार नहीं है। इसी बीच उन्होंने आगे कहा कि,
"बस दो गेम और सब कुछ अभी भी नहीं हारा है। यदि आप जीतते हैं, तो आप लगातार कुछ जीत सकते हैं और जब आप हारते हैं तो उस गति से बाहर आना मुश्किल होता है। उम्मीद है कि चीजें बदलने लगेंगी। हम चेंजरूम में जो बातें बोलते हैं, वह बीच में काम नहीं करती हैं।
हम जानते हैं कि हमारा पिछला सीजन काफी निराशाजनक रहा था, लेकिन हम हमेशा नए सिरे से शुरुआत करते हैं, यहां तक कि जब हमने 5 ट्रॉफी जीतीं, तो हमने कभी नहीं सोचा था कि हमने पिछले साल इसे जीता है। यहां हर विपक्षी बेहतरीन है और हमें उन्हें हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है। ये दो खेल हो चुके हैं, हम बदल नहीं सकते। निश्चित रूप से हम सीख सकते हैं और मैदान पर चीजों को बदलने में अधिक साहसी बन सकते हैं।"
गौरतलब है कि मुंबई की टीम ने अभी तक कुल तीन मुकाबले खेले ह। जिसमें से उन्हें एक में भी जीत नहीं मिली है। इसी बीच उन्हें सीएसके के हाथो भी तीसरे मुकाबले में 7 विकेट से हार मिली।