MCC ने बदल दिए क्रिकेट के ये 5 नियम, गेंद पर थूक लगाना बैन, मांकड़िंग को भी किया ऑफिशियल

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Manvi Nautiyal
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MCC: मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमों में संशोधन की घोषणा की है। यह नए नियम इस साल 1 अक्टूबर के बाद से ही लागू किए जाएंगे। लिहाज़ा आप सभी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले क्रिकेट के नियमों में बदलाव देखेंगे। एमसीसी के कानून प्रबंधक फ्रेजर स्टीवर्ट ने कहा,

"क्रिकेट के नियमों के 2017 कोड के प्रकाशन के बाद से, खेल कई मायनों में बदल गया है। 2019 में प्रकाशित उस कोड का दूसरा संस्करण, ज्यादातर स्पष्टीकरण और मामूली संशोधन था, लेकिन 2022 कोड कुछ बड़े बदलाव करता है, जिस तरह से हम क्रिकेट के बारे में बात करते हैं जिस तरह से इसे खेला जाता है।" आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से उन नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आप आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप से पहले देखेंगे। तो आइए चलिए नजर डालते हैं इन नियमों पर...

MCC ने इन नियमों में किए हैं बदलाव

1. क्रिकेट लॉ 41.3 - नो सलाइवा

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मेरिलबोन क्रिकेट क्लब का पहला नियम है 'नो सलाइवा'। एमसीसी (MCC) ने अब क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। यह नियम पहले कोरोना के चलते लागू किया गया था। लेकिन एमसीसी (MCC) ने इसे कानून बनाने का निर्णय कर लिया है।

खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए पसीने का इस्तेमाल कर रहे थे और यह भी उतना ही प्रभावी था। या कानून बॉल पर सलाइवा लगाने की अनुमति नहीं देगा, क्योंकि खिलाड़ी गेंद पर अपनी लार लगाने के लिए चीनी उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में गेंद पर लार लगाना बॉल टेम्परिंग मानी जाएगी।

2. लॉ 18 - खिलाड़ी के आउट होने के बाद नया प्लेयर लेगा स्ट्राइक

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लॉ 18.11 को अब बदल दिया गया है, ताकि जब कोई बल्लेबाज कहीं भी कैच आउट हो जाए, तो नया बल्लेबाज अगली गेंद का सामना करने के लिए स्ट्राइक पर आएगा। एमसीसी (MCC) के नए नियमों के मुताबिक किसी भी खिलाड़ी के आउट होने के बाद मैदान पर आने वाला नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा, भले ही खिलाड़ियों ने आखिरी विकेट से पहले स्ट्राइक बदल दी हो।

अब तक शॉट खेलने वाला खिलाड़ी अगर कैच आउट होने से पहले बॉलिंग एंड पर पहुंच जाता तो नया बल्लेबाज नॉन-स्ट्राइकर एंड पर ही रहता। अब किसी भी तरह से आउट होने पर नया खिलाड़ी ही स्ट्राइक लेगा। MCC के सुझाव पर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा पहली बार द हंड्रेड लीग में इसका ट्रायल भी किया गया था।

3. लॉ 38- मांकडिंग पर होगा रन आउट

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जब गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकिंग एंड का बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर अपना हाथ रोककर उस छोर की गिल्लियां गिरा देता है तो इसे मांकडिंग कहा जाता है। IPL में इस तरह से आउट होने वाले पहले बल्लेबाज जोस बटलर ही थे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान भारत के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के विल ब्राउन को इसी तरह से आउट किया था। इसके बाद से वीनू के सरनेम के आधार पर यह तरीका ‘मांकडिंग’ कहलाया।

ICC ने मांकडिंग को लेकर भी बड़ा बदलाव किया गया है। पहले यह क्रिकेट लॉ 41 के अनुसार खेल भावना के खिलाफ माना जाता था, लेकिन अब इसे लॉ 38, यानी रन आउट के तहत रखा जाएगा।

4. लॉ 20.4.2.12 - डेड बॉल

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मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने आखिरी नियम मैदान पर अचानक से घुस जाने वाले जानवरों की सुरक्षा को लेकर लगाया है। पहले इस को लेकर कोई भी नियम नहीं थे। लेकिन अब अगर मैच के दौरान किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है तो वह अंपायर का कॉल होगा।

डेड बॉल के नियम में भी बदलाव किया गया है। मैच के मैदान में किसी व्यक्ति, जानवर या अन्य वस्तु से किसी भी पक्ष को नुकसान होता है, तो यह डेड बॉल करार दी जाएगी। मैदान पर अचानक से घुस जाने वाले फैंस या अचानक से मैदान पर कुत्ते के आ जाने से खेल पर कोई असर पड़ता है तो अंपायर कॉल करेंगे और डेड बॉल का संकेत देंगे।

5. लॉ 22.1 - वाइड का निर्णय लेना

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आधुनिक खेल में बल्लेबाज गेंदबाद के द्वारा गेंद को फेंकने से पहले कहीं अधिक क्रीज के चारों ओर मूव करते हैं। यह अनुचित महसूस किया गया था कि एक डिलीवरी को 'वाइड' कहा जा सकता है यदि वह उस जगह से गुजरती है जहां बल्लेबाज खड़ा था, क्योंकि गेंदबाज ने अपनी डिलीवरी स्ट्राइड में प्रवेश किया था।

इसलिए, लॉ 22.1 में संशोधन किया गया है ताकि एक वाइड लागू हो जहां बल्लेबाज खड़ा है, जहां स्ट्राइकर किसी भी बिंदु पर खड़ा है, जब से गेंदबाज ने रन अप शुरू किया है और जो एक सामान्य बल्लेबाजी पोजिशन में स्ट्राइकर के पास भी होता।

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