मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने गुरूवार को नॉन स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज के रन आउट (Mankading) के मामले में स्थिति साफ की है. मांकडिंग तरीके से नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को 'रन आउट' करने को लेकर हमेशा विवाद देखने को मिलता था. जिसे लेकर दर्शकों में काफी असमंजस की स्थिति रहती है कि नॉन-स्ट्राइकर आउट है या नॉट आउट? लेकिन, अब उसे सरल शब्दों में समझाने के लिए एमससीसी ने शब्दावली में कुछ बदलाव किया है.
मांकडिंग को लेकर MCC ने शब्दावली में किया बदलाव
मांकडिंग (Mankading) को लेकर हमेशा विवाद देखने को मिलता है. जिसके बाद एक लंबी बहस छिड़ जाती है कि नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को 'रन आउट' था या नहीं. बिग बैश लीग में एडम जाम्पा की घटना के बाद मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने शब्दावली में कुछ बदलाव किया.
दरअसल हुआ कुछ यूं था कि एडम जाम्पा अपना फॉलो थ्रू पूरा करने के बाद मैकेंजी हार्वे को गेंद फेंकने ही वाले थे कि वह पलटे और उन्होंने रोजर्स की गिल्लियां उड़ा दी. लेकिन अंपायर ने जाम्पा की अपील को टीवी अंपायर को रैफर कर दिया.
जिसमें थर्ड अंपायर ने नॉट आउट करार देते हुए कारण बताया था कि जाम्पा की बांह गेंद रिलीज के समय 'वर्टिकली' ज्यादा आगे चली गई थी. लेकिन अब संशोधन के बाद किसी तरह विवाद कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी.
कन्फ्यूजन दूर करने के लिए नियम में जोड़ी यह बात
MCC ने यह भी कहा कि नियम की शब्दावली के कारण इसमें कुछ संदेह रहा होगा. अब नियम 38.3 के शब्दों में बदलाव कर दिया गया है, जिससे नॉन स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट करने के मामले में कोई दुविधा नहीं होगी
बता दें कि अगर नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर खड़ा बल्लेबाज ठीक उस वक्त क्रीज से बाहर होता है जब गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने वाली होती है तो ऐसी स्थिति में गेंदबाज नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर खड़े बल्लेबाज को आउट नहीं कर सकता.' पिछला नियम भी यही था. जिसमें यह समझा जाता था कि एक गेंदबाज मांकडिंग के जरिए नॉन स्ट्राइकर को कभी आउट कर सकता है.
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