MCC: बुधवार 9 मार्च को मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने कुछ नियमों में बदलाव का ऐलान किया है। नियमों में यह बदलाव आप सभी 1 अक्टूबर के बाद से देख पाएंगे। इसमें एक खास बदलाव उस नियम में भी हुआ, जो लंबे वक्त से क्रिकेट का हिस्सा है, लेकिन उसका पालन करने पर अक्सर खेल भावना की बहस छिड़ जाती है। ये है नॉन-स्ट्राइकर के छोर पर गेंदबाज द्वारा रन आउट करना, जिसे 8 मार्च 2021 तक ‘मांकडिंग' कहा जाता था। इस नियम में बदलाव को लेकर 'मास्टर ब्लास्टर' और स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
MCC के नियम बदलने से सचिन हुए खुश
Cricket is a beautiful sport. It allows us to challenge existing norms and help refine laws of the game. Some of the changes introduced by MCC are praiseworthy.#CricketTwitter pic.twitter.com/bet0pakGQM
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 9, 2022
MCC द्वारा किए गए इन नियमों में बदलाव ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को भी खुश कर दिया है। उन्होंने MCA के इन नियमों की सराहना भी की है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि वह इस तरह से आउट किये जाने के लिये ‘मांकड़िंग’ शब्द का उपयोग किये जाने के खिलाफ थे। तेंदुलकर ने एक वीडियो में कहा,
“MCC कमेटी ने क्रिकेट में नये नियम जारी किये हैं और उनमें से कुछ का मैं बहुत समर्थन करता हूं। इनमें से पहला ‘मांकडिंग’ आउट है। मैं इस तरह से आउट करने के लिये ‘मांकड’ का उपयोग किये जाने में असहज महसूस करता था। मैं वास्तव में खुश हूं कि इसे रन आउट में बदल दिया गया है। मेरे अनुसार इसे पहले से ही रन आउट होना चाहिए था। इसलिए यह हम सभी के लिये अच्छी खबर है। मैं इसके साथ सहज नहीं था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।”
स्टुअर्ट ब्रॉड ने नियम को बताया गलत
So the Mankad is no longer unfair & is now a legitimate dismissal.
Hasn’t it always been a legitimate dismissal & whether it is unfair is subjective?
I think it is unfair & wouldn’t consider it, as IMO, dismissing a batter is about skill & the Mankad requires zero skill. https://t.co/TuVLuHNDLn
— Stuart Broad (@StuartBroad8) March 9, 2022
MCC के फैसले को स्टुअर्ट ब्रॉड ने अनुचित करार दिया कि और कहा कि बाकी तरह से आउट किए जाने की तुलना में कहा कि इसमें किसी तरह के कौशल की जरूरत नहीं होगी। अंग्रेज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा,
“तो मांकड़ अब अनुचित (अनफेयर) नहीं रहा और आउट करने का यह तरीका वैध बन गया है। क्या यह हमेशा से आउट करने का वैध तरीका नहीं था और इसका अनुचित होना व्यक्तिपरक नहीं था? मुझे लगता है कि यह गलत है और मैं इसे सही नहीं मानता। बल्लेबाज को आउट करने के लिये स्किल की जरूरत होती है और मांकड़ के लिये किसी तरह का स्किल नहीं चाहिए।