भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (Mayank Agrawal) ने शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट के दिन दूसरे दिन 150 रनों की शानदार पारी खेली. काफी लंबे वक्त बाद उन्होंने अपना हाथ खोला और 150 रनों का आंकड़ा छुआ. इसी बड़े आंकड़े के साथ उनके नाम एक बेहतरीन उपलब्धि भी हासिल हो गई है. यह उनके करियर का ऐसा रिकॉर्ड है जिसे चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज भी नहीं हासिल कर सके हैं. ऐसे में मयंक अग्रवाल (Mayank Agrawal) ने कौन सा नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया है इसके बारे में भी आपको बता देते हैं.
150 रन के साथ मयंक ने हासिल की खास उपलब्धि
दरअसल वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में सबसे ज्यादा बार 150 का आंकड़ा छूने भारतीय बल्लेबाज संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इस लिस्ट में रोहित शर्मा और मार्नस लाबुशेन अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. इन दोनों के नाम तीन बार ऐसा कारनामा दर्ज हो चुका है. लेकिन, इसमें पहले नंबर पर इंग्लैंड के कप्तान जो रूट हैं जिन्होंने 4 बार ये आंकड़ा छुआ है.
मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन जबरदस्त फॉर्म में चल रहे कीवी स्पिनर एजाज पटेल ने भारत को शुरूआत के साथ दो सफलताएं दिलाई. लेकिन, एक छोर से मयंक अग्रवाल (Mayank Agrawal) क्रीज पर टिके हुए थे और उन्होंने अक्षर पटेल के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला और 7वें विकेट के लिए 67 रनों की पार्टनरशिप की. इन दोनों की शानदार साझेदारी की बदौलत भारत ने सुबह 28 ओवरों में 64 रन तो बनाए ही. लेकिन, इसके साथ ही इन दोनों ने विकेट गिरने का सिलसिला भी रोक दिया था.
150 रन की पारी खेलकर सलामी बल्लेबाज ने अफ्रीका दौरे के लिए भी पक्की की दावेदारी
रोहित शर्मा और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में मयंक अग्रवाल (Mayank Agrawal) को पहले कानपुर टेस्ट में फिर मुंबई में खेले जा रहे इस मुकाबले में ओपनिंग करने का मौका मिला. जिसे उन्होंने भुनाया भी और शतक के साथ सीधा 150 रन भी ठोक डाले. जिस वक्त भारत की पारी लड़खड़ाई उस वक्त उन्होंने टीम को एक छोर से संभाला भी और उसे सम्मानजनक स्कोर तक भी पहुंचाया.
फिलहाल सलामी बल्लेबाज की ओर से खेली गई 150 रन की ये पारी कई मायनों में खास है. पहला कारण ये भी है कि कानपुर टेस्ट में फ्लॉप होने के बाद उनके प्रदर्शन पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए थे. इसके अलावा वो लंबे समय से टीम से भी बाहर रहे थे. हालांकि अब उन्होंने 150 रन की बड़ी पारी खेलते हुए खुद को ना सिर्फ साबित कर दिया है बल्कि दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भी दावेदारी मजबूत कर ली है.