रणजी ट्रॉफी 2022 क रोमांच लगभग खत्म हो चुका है। इस डोमेस्टिक लीग का फाइनल मुकाबला 16 फरवरी को खेला जाएगा। इसके लिए सभी टीम मैदान पर जमकर मेहनत कर रही है। वहीं सभी खिलाड़ी इस लीग में अच्छा प्रदर्शन कर टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश कर रहे है। इसी बीच भारतीय टीम के 31 वर्षीय खिलाड़ी मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) इस सीजन की धमाकेदार फॉर्म में चल रहे है।
उन्होंने अपने बल्ले से आतंक मचा के रख रखा है। लेकिन, उनकी शानदार फॉर्म जारी है, हालांकि, उन्हें उनके खराब प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इसके बाद वह लगातार बीसीसीआई के द्वारा इग्नोर किए जा रहे है। इसी कड़ी में इस विस्फोटक खिलाड़ी ने अपने बेहतरीन खेल से खेल प्रेमियों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है।
Mayank Agarwal ने रणजी ट्रॉफी में बिखेरा जलवा
कर्नाटक की तरफ से खेलते हुए मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) रणजी ट्रॉफी में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है। वह मैच दर मैच अच्छा खेल रहे है। यहीं नहीं वह कर्नाटक टीम की कप्तानी की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहे है। लेकिन, मयंक इस सीजन में विपक्षी गेंदबाजो पर जमकर गरज रहे है। उनकी गरजराहट की आहट से विपक्षी टीम के कप्तान भी डरे हुए है। उन्हें रोक पाना किसी भी गेंदबाज के लिए मुश्किल साबित हो रहा है।
हालांकि, उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर बड़ा ही उतार चढ़ाव बड़ा रहा है। उन्हें अपने क्रिकेट करियर में कई बार उतार चढ़ाव का सामना भी करना पड़ा है। मयंक ने अब घरेलू क्रिकेट में अपने बल्ले से कोहराम मचा कर रख दिया है। जिसकी बदौलत वह जल्द ही भारतीय टीम में वापसी कर सकते है। वहीं बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे और चौथे मैच के लिए उन्होंने अपनी दावेदारी पेश कर दी है।
Mayank Agarwal का रणजी ट्रॉफी का रिकॉर्ड
भारतीय टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों में शुमार मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) टीम में अपनी जगह दुबारा से बनाने के लिए भरकस प्रयास कर रहे है। उनका प्रयास इस साल प्रथम श्रेणी में देखा जा सकता है। इस साल वह दो जिम्मेदारी निभाते हुए भी नजर आ रहे है। वह कप्तानी के साथ-साथ एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर भी अच्छा खेल रहे है। वह अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए लगातार बल्ले से रन बरसा रहे है।
उन्होंने अभी तक रणजी के 7 मैचों की 10 पारियों में 67 की शानदार औसत से 603 रन बनाए है। उन्होंने केरल के खिलाफ खेलते हुए 360 गेंद में 57.78 की स्ट्राइक रेट से 208 रनों ताबड़तोड पारी खेली। इस बीच उनके बल्ले से 17 चौके और 5 बेहतरीन छक्के निकले थे। इस उम्दा पारी के साथ ही उन्होंने एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी की दावेदारी मजबूत कर दी है।