भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच चल रही 4 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के पहले दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया को करारी हार का सामना करना पड़ा है. ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन को देखते हुए उसपर 4-0 से हार का खतरा मंडरा है. इसलिए ऑस्ट्रेलिया (Australia cricket Team) क्लीन स्वीप से बचने के लिए रणनीति बना रही है और इसमें सबसे महत्वपूर्ण है.
स्पिनरों के खिलाफ रणनीति क्योंकि पिछले दोनों टेस्टों में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा मुश्किल स्पिनरों के खिलाफ ही हुई है. दो टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने अपने 40 में से 32 विकेट स्पिनरों को दिए हैं. इसलिए स्पिनरो का सामना ऑस्ट्रेलिया (Australia cricket Team) के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के एक पूर्व दिग्गज ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को मदद की पेशकश की है.
मदद को तैयार हेडन
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज मैथ्यू हेडन (Matthew Hayden) जिनका भारतीय जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड रहा है, ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बैटिंग में मदद करने की पेशकश ही है. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में हेडन (Matthew Hayden) ने कहा है कि, 'अगर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट उनसे भारत दौरे पर गई ऑस्ट्रेलियन टीम को मदद करने का प्रस्ताव देती है तो वे बिना किसी हिचकिचाहट के इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे. उन्हें खिलाड़ियों की मदद करने में खुशी होगी.'
कोई फीस नहीं
मैथ्यू हेडन ने कहा कि, 'वे ऑस्ट्रेलियन टीम से बतौर सलाहकार जुड़ने के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं लेंगे. वे बस इतना चाहते हैं कि मौजूदा ऑस्ट्रेलियन टीम को पूर्व खिलाड़ियों से जोड़ा जाए ताकि उन्हें हमारे अनुभव का लाभ मिल सके.' हेडन ने कहा, मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों को एक साथ लाकर ही मौजूदा दौर के खिलाड़ियों के खेल के अनुभव को बढ़ाया जा सकता है तथा उनके खेल में निखार लाया जा सकता है. सीए को ऐसी कोशिश करनी चाहिए.
क्लार्क ने किया समर्थन
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से मैथ्यू हेडन को मौजूदा टीम से जोड़ने और उनकी बौद्धिक क्षमता का उपयोग करने की सलाह दी है. ऑस्ट्रेलियन टीम के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने भी कहा कि, अगर खिलाड़ी मौजूदा कोचिंग स्टाफ के साथ हेडन को जोड़ना चाहते हैं तो वो तैयार हैं. बता दें कि मैथ्यू हेडन का भारतीय पिचों पर शानदार रिकॉर्ड रहा है. 2001 की टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने 110 की औसत से रन बनाए थे.