Mark Wood का चोटिल होने के चलते IPL 2022 से अलग हो जाना लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के लिए परेशानी का सबब बन गया है। आईपीएल के 15 वें सीजन की शुरुआत होने में अब 7 दिन का ही समय शेष है। ऐसे में पहली बार लीग का हिस्सा होने जा रही लखनऊ टीम के लिए स्ट्राइक गेंदबाज मार्क वुड Mark Wood की गैर मौजूदगी से संकट गहराता जा रहा है। इसी बीच फ्रैंचाइजी के सामने वुड का विकल्प तलाशने की चुनौती भी सामने हैं। पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि अब लखनऊ को मार्क वुड के दर्जे का खिलाड़ी मिलना मुश्किल है।
IPL 2022 से बाहर हो चुके हैं Mark Wood
पिछले हफ्ते इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए टेस्ट मैच के दौरान इंग्लिश तेज गेंदबाज मार्क वुड (Mark Wood) की कोहनी में चोट लग गई थी। इसके बाद एहतियात के तौर पर वुड को आईपीएल 2022 से अलग होना पड़ा है। इस बात की जानकारी सबसे पहले इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से जारी की गई थी। इसके बाद लखनऊ सुपर जायंट्स ने भी आईपीएल 2022 में मार्क वुड (Mark Wood) की गैर मौजूदगी को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है।
Mark Wood के रिप्लेसमेंट को लेकर बोले आकाश चोपड़ा
लखनऊ सुपर जाइनट्स ने आईपीएल 2022 ऑक्शन में मार्क वुड (Mark Wood) को 7.5 करोड़ की राशि देकर अपनी टीम में शामिल किया था। इसके बाद फ्रैंचाइजी ने वुड को गेंदबाजी की धुरी बना कर बाकी गेंदबाजों को भी टीम का हिस्सा बनाया। अब वुड के जाने से लखनऊ को उनके रिप्लेसमेंट के बारे में सोचना पड़ सकता है। ऐसे में आकाश चोपड़ा का मानना है कि लखनऊ को वुड का विकल्प तलाशने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी, क्योंकि ऑक्शन में विश्व के बेस्ट तेज गेंदबाज पहले ही खरीदे जा चुके हैं। आकाश ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए कहा कि
"मार्क वुड की चोट गंभीर है, नतीजतन फ्रैंचाइजी को अभी भी स्ट्राइक गेंदबाजों की जरूरत है। शेष स्ट्राइक गेंदबाजों की नीलामी की गई। रबाडा, बोल्ट और कमिंस अब टीम के साथ नहीं हैं। बहुत अधिक विकल्प उपलब्ध नहीं हैं।"
केन रिचर्डसन हो सकते हैं Mark Wood का विकल्प- आकाश चोपड़ा
कई अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज आईपीएल 2022 ऑक्शन के दौरान बिकने में नाकामयाब हुए थे। लिहाजा लखनऊ निश्चित रूप से मार्क वुड Mark Wood के रिप्लेसमेंट के तौर पर इन्हीं खिलाड़ियों में से किसी एक को साइन करेगी। चोपड़ा ने केन रिचर्डसन को ऐसे ही एक विकल्प के रूप में उजागर किया है। उन्होंने कहा,
“केन रिचर्डसन एक ऐसी संभावना है वो भी सम्मानजनक टी 20 रिकॉर्ड के साथ। वह विदेशी तेज गेंदबाज के विकल्प के रूप में मौजूद हैं। लेकिन, वह अब 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी नहीं कर सकते हैं। अगर वे पिछले साल टूर्नामेंट को बीच में नहीं छोड़ते तो शायद टीम उन्हें रिटेन भी कर सकती थी अब उनके पास मौका है।"