Mansoor Akhtar: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मंसूर अख्तर (Mansoor Akhtar) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने फिक्सिंग के आरोपों से बरी कर दिया है। साल 2019 में ग्लोबल टी 20 लीग में के दौरान बल्लेबाज उमर अकमल ने मंसूर अख्तर पर फिक्सिंग के लिए उनसे संपर्क करने का आरोप लगाया था। उमर अकमल ने पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी इकाई और कार्यक्रम के आयोजकों को इस मामले की जानकारी दी थी।
ICC ने लिखकर Mansoor Akhtar को दी जानकारी
उमर कनाडा टी20 लीग में विन्निपेग हॉक्स टीम के सदस्य थे, मंसूर अख्तर (Mansoor Akhtar) भी इस टीम के साथ मैनेजमेंट के साथ जुड़े हुए थे। ICC की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के वरिष्ठ मैनेजर स्टीव रिचर्डसन ने 64 वर्षीय मंसूर अख्तर को पत्र लिखकर उनको आरोपों से बरी होने की जानकारी दी है। लिखे पत्र में कहा कि उनके खिलाफ फिक्सिंग का कोई आरोप साबित नहीं हो पाया है।
"मैं आपको अक्टूबर 2019 में एक खिलाड़ी के लिए कथित रूप से आपकर ऊपर लगाए गए फिक्सिंग के आरोपों को खारिज किया गया है। जांच अब समाप्त हो गई है और ICC आपके खिलाफ आरोप हटा रहा है। निर्णय कई कारकों को ध्यान में रखते हुए किए जाते हैं, हालांकि, यदि कोई और सबूत ध्यान में आता है तो आईसीसी जांच को फिर से खोलने का अधिकार सुरक्षित रखता है। मैं ये पत्र आपको जांच के परिणाम के बारे में सूचित करने के लिए लिख रहा हूं। यह जानकारी आपको पहले व्हाट्सएप के माध्यम से भी सूचित की गई है।
साल 2019 में उमर अकमल ने लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि ग्लोबल साल 2019 में टी20 कनाडा की पेशेवर क्रिकेट प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण था। जो ओंटारियो के ब्रैम्पटन में सीएए सेंटर में आयोजित किया गया था। टूर्नामेंट की शुरुआत 25 जुलाई को की गई थी जबकि 2019 फाइनल मुकाबला 11 अगस्त, को खेला गया था। मंसूर अख्तर (Mansoor Akhtar) पर आरोप लगाने वाले उमर अकमल 2 साल से अधिक समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं। वह आखिरी बार पाकिस्तान के लिए 2019 में श्रीलंका के खिलाफ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में खेले थे।