ये है वो 5 खिलाड़ी जिनके 15 सदस्यीय टीम में मौजूद होने के बाद भी धोनी ने नहीं दिया अंतिम ग्यारह का टिकट

Published - 11 Jul 2020, 03:58 PM

खिलाड़ी

भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का भारतीय क्रिकेट में बड़ा योगदान रहा है। देश तो देश विदेश में भी धोनी की काफी फैन फॉलोइंग है। इस खिलाड़ी को मैच जीतने के साथ-साथ दिल जीतना भी बखूबी आता है।

जी हां, धोनी ने भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफी दिलाई है। टीम में उनकी इमेज भी फादर फिगर वाली है हर कोई उनसे सलाह मशवरा करता है। लेकिन अगर हम आपको बताए कि एमएस धोनी ने कुछ खिलाड़ियों के साथ अच्छा नहीं किया है।

चयनकर्ता 15 सदस्यीय टीम चुनकर कप्तान को देते हैं जिसके बाद प्लेइंग इलेवन चुनने का काम कप्तान का ही होता है। ऐसे में सफल कप्तान माने जाने वाले धोनी ने 5 खिलाड़ियों को कभी प्लेइंग इलेवन में मौका ही नहीं दिया।

आज आपको उन 5 खिलाड़ियों के बारे में ही बताते हैं जिन्हें धोनी की कप्तानी में 15 सदस्यीय टीम में तो जगह मिली लेकिन एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिल सका।

टीम में होते हुए भी इन 5 खिलाड़ियों को धोनी ने नहीं दिया खेलने का मौका

1- कुलदीप यादव

धोनी

हम जानते हैं कि आप कुलदीप यादव का नाम इस लिस्ट में देखकर हैरान होंगे। मगर यह सच है कि भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बना चुके कुलदीप यादव भी उन खिलाड़ियों में आते हैं जिन्हें महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में खेलने का मौका नहीं दिया।

मौजूदा वक्त में चाइनामैन के नाम से लोकप्रिय कुलदीप यादव के बारे में आपको जानकर हैरानी होगी की एक वक्त था जब कप्तानी धोनी के हाथ थी और धोनी ने इस खिलाड़ी को मौका तक नहीं दिया था।

कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य गेंदबाजों में से एक कुलदीप ने शुरुआत में काफी बढ़िया प्रदर्शन किया साथ ही घरेलू स्तर पर भी काफी अच्छा खेला तब कहीं जाकर उन्हें भारतीय टीम में वेस्टइंडीज के खिलाफ जगह मिली। जिसके कप्तान थे धोनी।

कर्ण शर्मा की तरह, धोनी अपने नियमित स्पिनरों के साथ गए। जैसे रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा। लेकिन कहते हैं न, अगर हौंसले बुलंद हो तो आगे बढ़ने से आपको कोई नहीं रोक सकता। ऐसा ही कुछ कुलदीप के साथ हुआ। आखिरकार उन्हें विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया।

2- ईश्वर पांडे

ईश्वर पांडे ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट ने 116 पारियों में 238 विकेट्स चटकाए। रणजी में खिलाड़ी के नाम 26 के औसत से 202 विकेट्स दर्ज हैं। घरेलू स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शऩ करने के बाद ईश्वर को आखिरकार भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री मिल गई।

धोनी

उस वक्त कप्तान उनके आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ही थे। ईश्वर अपनी विकेटचटकाऊ गेंदबीजी के लिए जाने जाते हैं। आईपीएल में ईश्वर ने कई मैच में मैच विनर वाले प्रदर्शन किए।

लेकिन राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के बाद कप्तान धोनी ने उसे एक भी मैच में मौका नहीं दिया। ईश्वर पांडे को 2014 की शुरुआत में न्यूजीलैंड टूर में टीम का हिस्सा बनाकर साथ ले जाया गया लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया।

धोनी

इस सीरीज के बाद, उन्हें एशिया कप के लिए चुना गया था। बदकिस्मती से एमएस धोनी को आराम दिए जाने के बाद अलग-अलग कप्तान आए और उन्हें मौका नहीं मिल सका।

3- कर्ण शर्मा

कर्ण शर्मा भी उन बदनसीब खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जिन्हें कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम ने कभी भी प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया। हालांकि इस खिलाड़ी के सितारे बुलंद हुए और 2014 में इंजरी के कारण विराट कोहली को कप्तानी सौंपी गई।

तभी कर्ण ने 2014 में वनडे क्रिकेट में श्रीलंका और टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी में मौका मिला। विराट ने अश्विन को ड्रॉप करके कर्ण को गेंदबाजी का मौका दिया लेकिन यह खिलाड़ी उस मौके को भुनाने में पूरी तरह असफल रहा और बल्लेबाजों ने गेंदबाज की खूब पिटाई की। हालांकि टेस्ट में इस खिलाड़ी के नाम 4 विकेट दर्ज हैं।

आपको बता दें, भले ही कोहली ने कर्ण को आजमाया लेकिन एमएस धोनी ने हमेशा रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन को ही मौके दिए। कर्ण का घरेलू रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 107 पारियों में 3.17 की इकोनॉमी से 188 विकेट निकाले।

4- नारायण जगदीशन

धोनी

सलामी बल्लेबाज नारायण जगदीशन का क्रिकेट करियर काफी छोटा है। 23 वर्षीय यह खिलाड़ी भी उन खिलाड़ियों में से है जिसे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम में शामिल होने के बावजूद मैच खेलने का मौका नहीं दिया।

हां, चेन्नई सुपर किंग्स के लिए नारायण जगदीसन का खेलना उनके लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। क्योंकि चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नए-नए खिलाड़ियों को आजमाने के बजाए सीनियर खिलाड़ियों को अधिक मौके देते हैं। शायद यही कारण है कि टीम में मौजूद होने के बाद भी वह कभी प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना सके।

यह कहना गलत नहीं होगा कि यह सलामी बल्लेबाज अगर किसी और टीम से खेलता तो अभी तक इसने 50-60 मैच खेल लिए होते लेकिन चेन्नई सुरकिंग्स से जुड़े इस खिलाड़ी को अभी कप्तान धोनी द्वारा मौका मिलने की दरकार है।

तमिलनाडु का यह शानदार क्रिकेटर नियमित रूप से अपने खाते में रन जोड़ रहा है और उन्होंने सभी को प्रभावित किया जब भी उसे घरेलू क्रिकेट में अवसर मिले। हालांकि, जगदीसन अगले सीजम में प्लेइंग इलेवन में जगह बना सकते हैं, क्योंकि वह फिलहाल बढ़िया फॉर्म लेकर चल रहे हैं।

5- बाबा अपराजित

चेन्नई में जन्मे बाबा अपराजित भी बदकिस्मत खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार है। वह काफी वक्त से आईपीएल की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़े हुए हैं। लेकिन इस तेजतर्रार बल्लेबाजी ऑलराउंडर खिलाड़ी को धोनी ने अभी तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया है।

25 वर्षीय इस खिलाड़ी के घरेलू आंकड़े वाकई आकर्षक हैं। फिर भी चेन्नई के इस बल्लेबाजी ऑलराउंडर खिलाड़ी की किस्मत के तारे गर्दिश में ही हैं। वह एक आकांक्षी ऑलराउंडर है, जो 2012 में खेले गए अंडर 19 विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे।

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बाबा 39.35 के औसत से 3660 रन अपने नाम किए। जिसमें 9 शतक और 19 अर्धशतक शामिल रहे। लेकिन अपराजित उन क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्हें इंडियन प्रीमियर लीग में अपना टेलेंट दिखाने का मौका नहीं मिल सका।

Tagged:

विराट कोहली कुलदीप यादव