बीते कुछ सालों में टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर पूरी दुनिया में एक अलग मुकाम हासिल किया है. जिसका शोर चारो तरफ मच रहा है. तीनों ही फॉर्मेट में भारतीय टीम की परफॉर्मेंस लाजवाब रही है. इसी बीच बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद (M.S.K prasad) ने टीम इंडिया (Team India)की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ को लेकर बड़ा बयान दिया है.
भारतीय टीम की मजबूती की वजह हैं युवा खिलाड़ी
दरअसल पूर्व चयनकर्ता ने भारतीय टीम के हालिया सफलता का श्रेय घरेलू क्रिकेट में शॉर्टलिस्ट किए गए 60 से 80 खिलाड़ियों को उच्चतम फॉर्मेट के लिए तैयार करने की रणनीति को दिया है. इस बारे में बाते करते हुए उन्होंने कहा कि,
"भारत ए क्रिकेट के जरिए, हमने कुछ 60 से 80 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है, जिन्हें हम घरेलू क्रिकेट में फॉलो करते थे. हम उन सभी मैचों को देख रहे थे जहां ये 60 खिलाड़ी खेल रहे थे. वैसे तो हर दिन 15-16 प्रथम श्रेणी मैच खेले जा रहे होते हैं. लेकिन, आप इधर-उधर भागते नहीं रह सकते."
बीते साल तक बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता रहे एमएसके प्रसाद (M.S.K prasad) ने ये बात भी कही कि,
'हम हर सेक्टर की टीम में लगातार प्रदर्शन करने वालों की तलाश करेंगे और उन्हें स्टैंडबाय पर रखेंगे. ऐसे में जो खिलाड़ी नेशनल टीम में खराब प्रदर्शन कर रहे हैं हम उन्हें रिप्लेस करने के लिए तैयार होंगे'.
60 खिलाड़ियों की पहचान कैसे की?
2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में ये कोशिश टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी, जब बड़ी संख्या में सीनियर प्लेयर अंतिम टेस्ट मैच में नहीं खेल सके थे. उनकी जगह लेने वाले स्टैंडबाय खिलाड़ियों ने ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे मैच में ऑस्ट्रेलिया के सामने बड़ी चुनौती खड़ी करते हुए श्रृंखला को अपने नाम कर लिया था.
एमएसके प्रसाद (M.S.K prasad) ने आगे बताया कि,
'60 खिलाड़ियों की पहचान कैसे की? इस सिलसिले में जवाब देते हुए एमएसके प्रसाद ने कहा कि, बीते दो सालों में कई प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी किसका रिप्लेसमेंट होंगे. इसे लेकर हमने रिटायर होने वाले खिलाड़ियों के बारे में पहले ही सोचा था. उदाहरण के तौर पर हमने मुरली विजय, मयंक अग्रवाल और प्रियांक पांचाल को तैयार रखा था'.
ऐसे मिले प्रतिभाली क्रिकेटर
उन्होंने आगे कहा कि,
'चुने गए खिलाड़ियों को भारत ए के दौरे पर भेजा जाएगा. उन्हें प्रशिक्षण और खुद को फिट रखने के लिए एक कार्यक्रम भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि, राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) और भारत ए दौरों में कैंपेन के जरिए प्रतिभा की पहचान मिली. खासकर गेंदबाजों के मामले में, जिन्हें मौका दिया गया और वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार हो गए'.
एमएसके प्रसाद (M.S.K prasad) ने ये भी कहा कि,
'पहले हर गेंदबाज अपने दिमाग, परीक्षण और गलती के बाद सोचता था. लेकिन, आज के समय में चीजें पहले से ही निर्धारित होती हैं. आपके पास एक स्पष्ट रणनीति होती है. आपको किस बल्लेबाज को लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करनी है और वह कौन से क्षेत्र में कमजोर है. आपको इसके बारे में पहले से ही पता होता है'.