भारत और साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच केपटाउन में खेले जा रहे आखिरी मैच में तीसरे दिन हुए विवाद पर लुंगी एनगिडी (Lungi Ngidi) ने बड़ा बयान दिया है. रोमांचक स्थिति में पहुंच चुके इस मुकाबले के तीसरे दिन डीआरएस से नाराज विराट कोहली ने माइक स्टंप में कुछ ऐसी बातें कही थी जो अफ्रीकी गेंदबाज लुंगी एनगिडी (Lungi Ngidi) को रास नहीं आई और उन्होंने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार पर अफ्रीकी गेंदबाज ने दी प्रतिक्रिया
सीरीज के निर्णायक मुकाबले के चौथे दिन भारत को जीत के लिए 8 विकेट चाहिए तो वहीं मेजबान टीम को 100 रन से भी कम चाहिए. इस समय अफ्रीकी टीम का पलड़ा भारी है. इसका पूरा श्रेय कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar) को जाता है. जिन्होंने मुकाबले के तीसरे दिन काफी शानदार बल्लेबाजी की. लेकिन, इस दौरान उनके विकेट को लेकर दोनों टीमों के बीच मतभेद भी दिखे.
भारतीय खिलाड़ियों ने इस पर कई तरह के निशाने भी साधे. तो वहीं साउथ अफ्रीका के गेंदबाज लुंगी एंगिडी (Lungi Ngidi) ने भी अब इस बयान पर पलटवार किया है. यह पूरा मामले 27वें ओवर का है जब गेंदबाजी के लिए उतरे थे. इस ओवर की पहली गेंद डीन एल्गर के पैर पर लगी और अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया. एल्गर ने रिव्यू लेने लिया तो थर्ड अंपायर ने निर्णय उनके पक्ष में सुनाया. जिसके बाद काफी विवाद हुआ.
दबाव में है टीम इंडिया
रीप्ले में दिखाया गया कि गेंद स्टंप्स के ऊपर से जा रही थी. इसे देखने के बाद तो सिर्फ टीम इंडिया ही नहीं बल्कि अंपायर भी हैरानी में दिखे. अश्विन और कोहली ने स्टंप माइक के पास जाकर काफी कुछ कहा. जो अफ्रीका के गेंदबाज लुंगी एनगिडी (Lungi Ngidi) को ये बातें अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत ने दिखा दिया कि भारतीय टीम दबाव में है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद अफ्रीकी तेज गेंदबाज ने कहा,
‘मुझे लगता है कि जिस तरह के रिएक्शन टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने दिए वह उनकी हताशा को दिखा रहे थे. कभी-कभी टीमें इसका फायदा भी उठाती हैं. आप वाकई में इस तरह से कभी भी अपनी भावनाओं को ज्यादा नहीं दिखाना चाहते हैं. लेकिन, भारतीय टीम ने जिस तरह से किया वह दिखाता है मेहमान टीम दवाब में आज चुकी है.’
सभी भारतीयों ने अलग व्यवहार किया- अफ्रीकी तेज गेंदबाज
इस सिलसिले में लुंगी एनगिडी (Lungi Ngidi) ने आगे कहा,
‘उस दौरान एल्गर और पीटरसन की साझेदारी अच्छी चल रही थी. ऐसे में भारतीय टीम किसी भी तरह उसे खत्म करना चाहती थी. मैदान पर यह स्पष्ट दिखाई दे रहा था. दिन खत्म होने के बाद हर किसी ने उस स्थिति को लेकर अलग व्यवहार किया.’