LLC 2023: लिजेंड्स क्रिकेट लीग के मौजूदा सीजन में इंडिया महाराजा के निराशाजनक कारवां का समापन हो चुका है। 18 मार्च की रात को एशिया लायन्स के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले खेलने के लिए उतरे इंडिया महाराजा को 85 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। लायन्स के कप्तान शाहिद अफरीदी की ओर से इस मुकाबले में टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया गया था। जहां उपुल थरंगा और मोहम्मद हफीज की धाकड़ पारियों के बूते उन्होंने 192 रन का लक्ष्य निर्धारित किया। जिसके जवाब में भारतीय दिग्गज सिर्फ 106 रन ही बना पाए।
थरंगा, हफीज और असगर के बूते लायन्स ने 191 रन बनाए
पहले बल्लेबाजी करते हुए उपुल थरंगा और तिलकरत्ने दिलशान(27) की ओर से धाकड़ शुरुआत की गई थी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े, इस मौके पर थरंगा को मोहम्मद कैफ ने एक शानदार कैच लेकर आउट किया। लेकिन तब तक वह 31 गेंदों में 50 की पारी खेल चुके थे।
उनके आउट होने के बाद मोहम्मद हफीज और असगर अफ़ग़ान ने क्रमश: 38 और 34 रन का अहम योगदान दिया। अंत में थिसारा परेरा की ओर से तूफ़ानी बल्लेबाजी करते हुए 12 गेंदों में 24 रन बनाए गए। जिसके बूते एशिया लायन्स 191 रन बनाने में कामयाब हुए। इंडिया महाराजा की ओर से सबसे असरदार गेंदबाज स्टुअर्ट बिन्नी और प्रज्ञान ओझा रहे, दोनों के खाते में 2-2 विकेट आए।
गौतम गंभीर ने दिलाई तूफ़ानी शुरुआत
192 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गौतम गंभीर और रॉबिन उथप्पा की सलामी जोड़ी की ओर से एक बार फिर ताबड़तोड़ शुरुआत दी गई थी। जिससे इंडिया महाराजा का जीतना लगभग तय माना जा रहा था। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए मात्र 4.2 ओवर में 47 जोड़ दिए थे। लेकिन इसी मौके पर गंभीर का विकेट गिरते ही सब कुछ बदल गया।
अगले 11 रनों के भीतर उथप्पा चलते बने। फिर कमजोर मिडल ऑर्डर एक बार फिर बुरी तरह से धाराशाही हो गया। सुरेश रैना(18), मोहम्मद कैफ(14), यूसुफ पठान(9), इरफान पठान(3) और मनविंदर बिस्ला(8) जैसे दिग्गज सस्ते में पवेलियन लौटे। आलम यह रहा की निर्धारित 20 ओवर खेले बिना ही महाराजा 106 पर सिमट गए।
सुरेश रैना ने सारी मेहनत पर फेरा पानी
इंडिया महाराजा की ओर से लिजेंड्स क्रिकेट लीग में अबतक टॉप ऑर्डर की ओर से ही ज्यादातर बनाए गए हैं। जिसका मुख्य केंद्र गौतम गंभीर का शानदार फॉर्म रहा है, उन्होंने पहले 3 मुकाबलों में लगातार 3 फिफ्टी जड़ी तो एक मैच में रॉबिन के साथ मिलकर अकेले ही 180 रन चेज कर डाले।
वहीं निर्णायक मैच में भी गौतम गंभीर की ओर से धाकड़ शुरुआत दी गई, लेकिन मिडल ऑर्डर पूरी तरह से बिखर गया। जिसमें सबसे बड़ी भूमिका सुरेश रैना की रही उन्होंने 28 गेंदों का सामना करने के बावजूद सिर्फ 18 रन का योगदान दिया। जिसके दबाव में बाकी बल्लेबाज भी ताश के पत्तों की तरह बिखर गए।