Lata Mangeshkar Death: आज लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. हम सब को नम आखों के साथ छोड़ कर चली गईं, लेकिन उनकी मधूर आवाज हमेशा हमारे कानों में गूंजेगी. दक्षिण एशिया की सबसे मशहूर गायिका लता मंगेशकर का रविवार सुबह निधन हो गया. 92 साल की लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली. लता जी भले ही हमारे बीच अब नहीं रही हो, लेकिन उनकी बातें हमेशा याद रहेगी. लता मंगेशकर कभी किसी की मदद करने से पीछे नहीं हटती थीं. ऐसा ही एक किस्सा है. जब उन्होंने BCCI की मदद की थी. चलिए आपको बताते है क्या है वो किस्सा.
लता मंगेशकर ने की थी BCCI मदद
आज क्रिकेट जगत में BCCI दुनियां में सबसे पैसे वाला बोर्ड माना जाता है. जिसके आगे ICC भी अपनी मनमानी करते में हिचकिचाता है. लेकिन एक समय ऐसा भी ता जब बीसीसीआई के पास खिलाड़ियों को देने के लिए पैसे भी नहीं थे, कि वो खिलाड़ियों को जीत को तौर पर उन्हें सम्मान राशि भी दे सके. उस मुश्किल वक्त में भारत की सबसे मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने आगे आकर BCCI की मदद की थी.
इस किस्से को जानने के लिए आपको 39 साल पीछे जाना पड़ेगा. ये उन दिनों की बात जब भारतीय टीम 1983 का वर्ल्ड कप जीत कर अपने मुल्क लौट रही थी. उस दौरान बीसीसीआई के पास खिलाड़ियों को उपहार या ईनाम के तौर पर देने के लिए पैसे तक नहीं थे. तब लता मंगेशकर ने उनकी मदद की. बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष एनकेपी साल्वे खिलाड़ियों को ईनाम देना चाहते थे लेकिन पैसे की कमी के चलते वह भी मजबूर थे. जिन्होंने लगा से मदद मांगी उन्होंने उनकी मदद के लिए हामी भर दी.
लता मंगेशकर ने BCCI के लिए मुफ्त में किया कन्सर्ट
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) एक दया भाव की महिला थीं. जिन्होंने कभी किसी के प्रति बदले की भावना नहीं रखी. सबसे मशहूर गायिका होने के बावजूद भी उन्होंने BCCI के लिए एक कॉन्सर्ट प्रोग्राम में फीस नहीं ली. दरअसल, किस्सा ये था भारतीय टीम 1983 का वर्ल्डकप जीत आईं. BCCI के पास देने के लिए पैसे नहीं थे. साल्वे ने इस मुश्किल हालात से निकलने के लिए लता मंगेशकर से मदद मांगी.
लता दीदी ने भी हामी भर दी. फिर भारतीय टीम की जीत का जश्न मनाने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में लता मंगेशकर का कॉन्सर्ट आयोजित किया गया. यह कॉन्सर्ट सुपरहिट साबित हुआ. तब इससे 20 लाख रुपए की कमाई हुई. 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सभी सदस्यों को ईनाम के तौर पर 1-1 लाख रुपये दिए गए.