IND vs AUS: 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद टीम इंडिया (Team India) को ऑस्ट्रेलिया के साथ 3 वनडे मैचों की सीरीज भी खेलनी है. वनडे सीरीज की शुरुआत 17 मार्च से हो रही है. वनडे सीरीज के लिए घोषित टीम इंडिया में एक ऐसा भी खिलाड़ी है जिसे तीनों वनडे मैचों में से किसी मैच में भी शायद ही खेलने का मौका मिले. हम ये बात इसलिए कह रहे क्योंकि 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान भी ये खिलाड़ी टीम में शामिल था लेकिन कुर्सी पर बैठने और पानी पिलाने से ज्यादा इसे कुछ नहीं मिला.
अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अनदेखी
हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो हैं बाएं हाथ के बेहतरीन स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav). कुलदीप यादव एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें जब भी और जिस भी फॉर्मेट में मौका मिलता है बेहतर प्रदर्शन करते हैं. बावजूद इसके उनकी लगातार अनदेखी की जाती है. किसी न किसी बहाने उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाता है. यही वजह है कि लगभग 6 साल पहले तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले कुलदीप (Kuldeep Yadav) अभी तक किसी भी फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके हैं.
रोहित शर्मा ने भी किया नजरअंदाज
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को एक बेहतरीन कप्तान माना जाता है. लेकिन रोहित शर्मा ने भी कुलदीप (Kuldeep Yadav) की प्रतिभा को नजरअंदाज किया है और उन्हें अबतक मौके न के बराबर दिए हैं. कुलदीप यादव ने अपना आखिरी टेस्ट पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ खेला था. उस टेस्ट में उन्होंने गेंद और बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत दिलाई थी और प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे. लेकिन इसके बावजूद उन्हें अगले टेस्ट से ड्रॉप कर दिया गया.
ऑस्ट्रेलिया के साथ समाप्त बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में स्पिनर्स का जलवा रहा. कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) एक बेहतरीन स्पिनर हैं और मौका मिलने पर वे भी अश्विन और जडेजा की तरह कमाल कर सकते थे लेकिन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कुलदीप की जगह अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी और उन्हें चारों टेस्ट कुर्सी पर बिठाए रखा. एक मैच विनर खिलाड़ी के साथ ऐसा व्यवहार उसकी प्रतिभा के साथ अन्याय है.
हार्दिक से उम्मीद
टीम इंडिया अब धीरे धीरे बदल रही है. टी 20 विश्व कप में मिली हार के बाद फॉर्मेट के हिसाब से अलग अलग टीम तैयार करने पर जोर है. टी 20 की कप्तानी हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) को दे दी गई है. वनडे की कप्तानी भी देर सवेर उन्हें मिलनी तय है. बतौर कप्तान हार्दिक से कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को उम्मीदें होंगी की वे टी 20 या फिर वनडे फॉर्मेट में उन्हें मौके दें.
कुलदीप ये उम्मीद इसलिए भी कर सकते हैं क्योंकि बतौर कप्तान अपने छोटे कार्यकाल में हार्दिक ने जिस तरह के फैसले लिए हैं उसमें युवा और प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जगह मिली है. इसलिए संभव है कि हार्दिक (Hardik Pandya) की कप्तानी में कुलदीप को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिल जाए.
कुलदीप का करियर
2017 में अपने अंतराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने 8 टेस्ट मैचों में 34 विकेट, 78 वनडे में 130 विकेट और 28 टी 20 मैचों में 46 विकेट लिए हैं. 28 वर्षीय कुलदीप को अगर नियमित मौके मिले होते तो उनका ये आंकड़ा और बेहतरीन हो सकता था.