पहले खिलाड़ी सिर्फ घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर चनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षिक कर सकते थे। मगर 2008 में जब से आईपीएल की शुरुआत हुई, उसके बाद से खिलाड़ियों के पास टीम इंडिया में सिलेक्ट होने के लिए ना केवल घरेलू क्रिकेट है बल्कि उनके पास आईपीएल जैसा बेहतरीन टूर्नामेंट भी है।
मौजूदा भारतीय टीम मं कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने पर टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला है। मगर इसके विपरीत कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें अब तक नहीं चुना गया है।
मगर क्या आप जानते हैं कि विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स टीम के कुछ ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं, जिन्हें कुछ जल्दी ही भारत के लिए खेलने का मौका मिल गया। तो आइए इस आर्टिकल में हम आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं जिन्हें जल्दी भारत के लिए खेलने का मौका मिल गया।
विराट कोहली ने 5 आरसीबी के खिलाड़ियों को जल्दी दे दी टीम इंडिया में एंट्री
1- युजवेंद्र चहल
हरियाणा के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को 2014 के आईपीएल ऑक्शन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया था। तब से लेकर अब तक चहल विराट कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी के लिए गेंदबाजी करते आ रहे हैं।
चहल ने आईपीएल के सभी सीजनों में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चहल ने आईपीएल में अपनी गेंदबाजी से सभी का ध्यान आकर्षित किया और 2016 में भारत की टी20आई टीम की टिकट हासिल कर ली। सिर्फ 2 साल आईपीएल में खेलने के बाद ही चहल को भारत के लिए खेलने का मौका मिल गया।
चहल ने अब तक भारत के लिए 54 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 5.21 की इकोनॉमी व 27.29 के औसत के साथ 92 विकेट अपने नाम किए हैं। साथ ही वह 54 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 24.38 के औसत व 8.3 की इकोनॉमी के साथ 59 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। मौजूदा वक्त में चहल भारत के मुख्य स्पिनर हैं।
2- शिवम दुबे
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शिवम दुबे भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं, जिन्हें आरसीबी का होने के कारण जल्दी भारत के लिए खेलने का मौका मिला। जी हां, दुबे को 2019 के आईपीएल में आरसीबी ने अपने साथ जोड़ा और इसी के साथ युवा खिलाड़ी की किस्मत ही बदल गई।
भले ही 2019 में शिवम को अधिक मौके आईपीएल में नहीं मिले, लेकिन बांग्लादेश के साथ खेली गई घरेलू टी20 आई सीरीज में उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला। दुबे ने वहां अच्छी गेंदबाजी की और टीम को मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के लौटने के बाद दुबे को टीम से ड्रॉप कर दिया गया। मगर ये कहना गलत नहीं होगा कि शिवम दुबे को भारत के लिए इतनी जल्दी खेलने का मौका आरसीबी का सदस्य होने के चलते मिला।
3- वॉशिंगटन सुंदर
युवा ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर का नाम इस सूची में आना लाजमी था। सुंदर को आईपीएल 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपने साथ जोड़ा था। जिसके बाद इस खिलाड़ी के भी वारे न्यारे हो गए। आईपीएल में अपनी ऑफ स्पिन क्षमता से ना केवल सुंदर से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया बल्कि सुंदर निचले क्रम पर तेजी से रन भी बनाने की क्षमता रखते हैं।
जैसा की आप सभी जानते हैं कि कप्तान विराट कोहली को अपनी टीम की बल्लेबाजी में हमेशा से ही गहराई चाहिए होती है और ऐसे में सुंदर को उन्होंने मौका दिया। दरअसल, 2017 में ही सुंदर भारत की टी20 आई टीम का हिस्सा बन चुके थे। मगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिसंबर 2020 में सुंदर को एकदिवसीय टीम में भी चुना गया।
युवा ऑफ स्पिनर ने अब तक भारत के लिए 26 टी20आई मैचों में 29.14 के औसत से 21 विकेट निकाले हैं। वहीं उन्हें सिर्फ एक वनडे मैच खेलने का मौका मिला है जहां वह एक विकेट निकालने में कामयाब हुए।
4- मोहम्मद सिराज
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें आरसीबी होने के नाते जल्दी ही टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला। सिराज को 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया।
वैसे तो सिराज को 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20आई टीम में डेब्यू करने का मौका मिल गया था, लेकिन टेस्ट व वनडे टीम में चुना जाना अभी बाकी था।
तब 2019 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिराज को वनडे टीम में शामिल किया गया। हालांकि उसके बाद वह दोबारा वनडे टीम का हिस्सा नहीं रहे। लेकिन बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में मोहम्मद सिराज को टेस्ट टीम में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, जो किसी भी भारतीय खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात होती है। जहां, पेसर ने अपना ड्रीम डेब्यू किया और 5 बल्लेबाज को पवेलियन पहुंचा दिया।
5- नवदीप सैनी
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य तेज गेंदबाजों में से एक नवदीप सैनी को 2018 में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम में शामिल किया गया। जहां, सैनी ने अच्छा खेल दिखाया, जिसका परिणाम रहा कि उन्हें जल्द ही भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
2019 में वेस्टइंडीज दौरे के दौरान सैनी को टी20आई व वनडे टीम में डेब्यू किया गया। हालांकि इसके बाद अब सैनी को टेस्ट टीम से बुलावे का इंतजार था। सैनी लगातार घरेलू क्रिकेट व आईपीएल में अच्छा कर रहे थे।
जिसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में जब उमेश यादव रूल्ड आउट हुए, तो उनकी जगह सैनी को टेस्ट टीम में डेब्यू करने का मौका मिला। जहां, पहले ही मैच में सैनी ने 4 विकेट अपने नाम किए।