WPL 2023: विमेन प्रिमियर लीग में लगातार 5 मुकाबलों में हार झेलने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को आखिरीकार यूपी वॉरियर्स के खिलाफ डॉ डी वाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए अपने छठे मुकाबले में जीत मिल ही गई है. विराट कोहली के गुरुमंत्र के बाद भी बैंगलोर को मिली ये जीत आसान नहीं थी लेकिन कहा जाता है न कि जब हौसला हो तो बड़ी से बड़ी मुश्किलों से भी पार पाया जा सकता है. ठीक वैसे ही बैंगलोर की इस जीत में 20 साल की एक लड़की ने बड़ी भूमिका निभाई.
बैंगलोर को दिलाई पहली जीत
मात्र 136 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही बैंगलोर एक समय 60 के स्कोर पर अपने टॉप को 4 बल्लेबाजों को खो चुकी थी. ऐसा लग रहा था कि बैंगलोर एक बार फिर जीत के मौके को चूक जाएगी लेकिन 5 वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आई 20 साल की कनिका अहूजा (Kanika Ahuja) का इरादा कुछ और था.
कनिका अहूजा (Kanika Ahuja) ने पांचवें विकेट के लिए ऋचा घोष के साथ 60 रनों की साझेदारी कर बैंगलोर को सीजन की पहली जीत दिला दी. कनिका ने 30 गेंदों पर 8 चौके और 1 छक्के लगाते हुए 46 रनों की पारी खेली. बैंगलोर ने 18 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर जीत के लिए जरुरी 136 रन बना लिए. कनिका अहूजा (Kanika Ahuja) प्लेयर ऑफ द मैच रहीं.
मैच से पहले बीमार थी कनिका
20 साल की कनिका की मनोदशा कितनी मजबूत है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मैच से पहले वो बीमार थी लेकिन बीमारी को हराते हुए उन्होंने बैंगलोर के लिए मैच खेला और सीजन की पहली जीत दिलाई. कनिका (Kanika Ahuja) ने मुश्किल समय में खेली गई इस पारी से अपने सुनहरे भविष्य के संकेत भी दिए हैं.
मां को किया समर्पित
पंजाब की पटियाला से ताल्लुक रखने वाली कनिका अहुजा के क्रिकेटर बनने में उनकी मां का बड़ा योगदान रहा है. इसलिए बैंगलोर की जीत में अपने प्रदर्शन और उसके लिए मिले प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार को उन्होंने अपनी मां को समर्पित किया है. कनिका (Kanika Ahuja) भविष्य में टीम इंडिया की तरफ से खेलने का सपना पाले हुए हैं और इसके लिए उनमें क्षमता भी है. कनिका पंजाब मे हाल में हुए अंतर्राज्जीय टूर्नामेंट में 122 गेंदों में 11 छक्के और 45 चौके ठोकते हुए 305 रन की पारी खेल चुकी हैं.