पिता से की बेईमानी, मां ने गहने बेचकर बनाया क्रिकेटर, अब करोड़ों के मालिक हैं ध्रुव जुरेल, नेटवर्थ जान पैरों तले खिसक जाएगी जमीन
Published - 13 Jan 2024, 12:00 PM
Table of Contents
भारतीय चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) को टीम इंडिया में शामिल किया है। 22 वर्षीय खिलाड़ी टीम का तीसरा विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। इसके बाद से ही वह सुर्खियों में बने हुए हैं। ईशान किशन जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ कर ध्रुव जुरेल को टीम इंडिया में जगह दी है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि कौन हैं ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) जिनके लिए अचानक टीम इंडिया के दरवाजे खुल गए हैं?
Dhruv Jurel का साल 2001 में हुआ था जन्म
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2023/11/Dhruv-Jurel--1024x576.jpg)
22 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) का जन्म आगरा में 21 जनवरी 2001 को हुआ था। उनके पिता का नाम नेम सिंह जुरेल है, जोकि कारगिल युद्ध का हिस्सा रह चुके हैं। साल 2020 में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप में ध्रुव जुरेल को टीम इंडिया का उप-कप्तान नियुक्त किया गया था। उस दौरान ध्रुव जुरेल ने मध्यक्रम में धमाकेदार बल्लेबाजी कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। भारतीय टीम के धाकड़ खिलाड़ी रिंकू सिंह उनके की अच्छे दोस्त हैं।
यह भी पढ़ें: सचिन तेंदुलकर की जीवनी, उम्र, पत्नी, नेटवर्थ, रिकॉर्ड्स, फैमली और करियर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
आर्मी स्कूल में गए थे Dhruv Jurel
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2023/08/Dhruv-Jurel-1024x577.jpg)
ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) के पिता ने भले ही उनका क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने में सपोर्ट किया, लेकिन वह शुरुआत में इससे कुछ खास खुश नहीं थे। इसलिए उन्होंने ध्रुव जुरेल को कई बार पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए भी कहा। हालांकि, क्रिकेट में बेटे की रुचि और प्रतिभा देखकर पिता भी उनका समर्थन करने लगे। बता दें कि 22 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी पढ़ाई आर्मी स्कूल से की है। इस दौरान उन्होंने स्विमिंग भी सीखी हैं।
Dhruv Jurel को इस प्रोफेशन में भेजना चाहते थे पिता
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/01/dhruv-jurel-1-1024x538.png)
ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह जुरेल उन्हें फौजी बनाना चाहते थे। उनकी ख्वाहिश थी कि बेटा स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में भर्ती हो जाए, लेकिन ध्रुव जुरेल को ये मंजूर नहीं था और उन्होंने क्रिकेट की राह चुनी। हालांकि, नेम सिंह जुरेल बेटे को पूरा सपोर्ट किया। उन्होंने एक बार कहा था कि ‘देश के लिए योगदान देना ही सब कुछ है. मैंने कारगिल युद्ध में आर्मी की सेवा की और मेरा बेटा क्रिकेटर के तौर पर देश की सेवा कर रहा है. ये फील्ड अलग है, लेकिन इसका उद्देश्य एक ही है.’
बेटे को क्रिकेट किट दिलाने के लिए मां ने बेची सोने चेन
ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी मां ने क्रिकेट किट खरीदने के लिए अपनी सोने की चेन बेच दी थी। ध्रुव जुरेल ने खुलासा किया था कि जब वह 14 साल के थे तो उन्होंने अपने पिता को बताया कि क्रिकेट किट की कीमत लगभग 8,000 रुपये होगी और वह कीमत सुनकर चौंक गए, जिसकी वजह से उन्होंने क्रिकेट खेलना बंद करने के लिए कहा।
इसके बाद उन्होंने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया और घरवालों को धमकी दे दी अगर किट नहीं दिलवाई तो वह भाग जाएंगे। ऐसे में उनकी मां भावुक हो गई। उन्होंने ध्रुव जुरेल का समर्थन किया और उन्होंने सोने की चेन बेचकर बेटे को किट दिलाई। हालांकि, बड़े होकर उन्हें अपनी इस हरकत पर पछतावा हुआ।
बतौर स्पिनर की थी करियर की शुरुआत
ध्रुव जुरेल ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत बतौर ऑफ स्पिनर की थी, लेकिन गेंदबाजी में वह कुछ खास नहीं कर सके। इसलिए उन्होंने विकेटकीपिंग में हाथ आजमाने की सोची और इसमें वह कामयाब हुए। इसके साथ ही ध्रुव जुरेल ने मध्य क्रम में बल्लेबाजी का भी प्रयास किया। ऐसे करके वह विकेटकीपर-बल्लेबाज बन गए। बता दें कि ध्रुव जुरेल की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए अंडर-14 और अंडर-16 आयु वर्ग का क्रिकेट खेला है।
पिता ने पकड़ ली थी चोरी! लेकिन आज करोड़ो के हैं मालिक
ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अपने पिता से छुपकर क्रिकेट खेलते थे। लेकिन एक दिन नेम सिंह अखबार पढ़ रहे थे और उन्होंने अचानक उनसे कहा कि तुम्हारे नाम के जैसा एक खिलाड़ी है, जिसने खूब रन बनाए हैं। पिता की यह बात सुनकर वह डर गए। हालांकि, उन्होंने तब भी नहीं बताया कि वो क्रिकेटर वह खुद हैं। क्योंकि ध्रुव जुरेल नहीं चाहते थे कि उनके पिता क्रिकेट छोड़ने के लिए बोलें।
हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कभी किट के पैसे ना होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और आज के दौर में वो करोड़ों के मालिक है। आईपीएल से उन्हें 20 लाख की मोटी रकम मिलती है. जबकि रणजी से उन्हें 1 लाख 40 हजार रूपये फीलती है. वहीं विजय हजारे ट्रॉफी खेलने के लिए उन्हें 3 लाख 15 हजार की रकम मिलती है. जबकि सैयद में हर मैच खेलने के लिए 17 हजार 500 रूपये फीस मिलती है. ऐसे में उनकी सालाना कमाई 1 से करोड़ की होती है. जबकि उनके नेटवर्थ की बात करें तो रिपोर्ट के मुताबिक अब तक वो 7.4 करोड़ के मालिक बन चुके हैं.
2022 में किया था रणजी डेब्यू
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/01/dhruv-jurel-2-1024x538.png)
ध्रुव जुरेल ने अपने डोमेस्टिक क्रिकेट करियर की शुरुआत साल 2021 में की थे। पंजाब के खिलाफ उन्होंने टी20 मुकाबला खेला था। इसके बाद 2022 में ध्रुव जुरेल ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट की दुनिया में अपना पहला कदम रखा। पिछले साल 2023 में उन्होंने अपना पहला लिस्ट ए मैच खेला। 15 फर्स्ट क्लास में ध्रुव जुरेल एक शतक और पांच अर्धशतक की मदद से 790 रन बना चुके हैं। 10 लिस्ट ए में वह 189 रन जड़ चुके हैं। 23 टी20 में ध्रुव जुरेल के नाम 244 रन है। घरेलू स्तर पर 22 वर्षीय बल्लेबाज उत्तर प्रदेश की टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं।
2023 में खेला था पहला आईपीएल मैच
/cricket-addictor-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2023/05/Dhruv-jurel-1-1024x512.jpg)
ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने अपना आईपीएल डेब्यू 2023 में किया था। आईपीएल 2022 के लिए हुए मेगा ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 20 लाख रुपये देकर टीम में शामिल किया था। हालांकि, उस सीजन वह बेंच गर्म करते दिखाई दिए थे। लेकिन आईपीएल 2023 में उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने प्रभावशाली पारियां खेली।
भले ही वह ज्यादा रन नहीं बना सके, पर ध्रुव जुरेल की बल्लेबाजी से फैंस काफी खुश हुए। उन्होंने 13 मुकाबलों में 21.71 की औसत और 172.23 के स्ट्राइक रेट से 152 रन बनाए हैं। ध्रुव जुरेल भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली की फिटनेस के कायल हैं।
यह भी पढ़ें- IPL 2024: कौन कहां गया? किस टीम ने किस खिलाड़ी को किया रिलीज और रिटेन, यहां जानिए सभी 10 टीमों की पर्स वैल्यू
ऑथर के बारे में
मानवी नौटियाल एक उत्साही और अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जिन्हें खेलों की दुनिया से गहरा लगाव है।... रीड मोर