भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) को भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले में ऑफ-द-मैच (Men of the match) के अवार्ड से सम्मानित किया गया. जिसके बाद खुद लोकेश राहुल भी हैरान रह गए. वहीं इस मामले को लेकर फैंस की राय भी दो गुटों में नजर आ रही है.
फैंस का मानना है कि केएल राहुल ने अपना स्वाभाविक खेल खेला जिसके लिए उन्हें इस खास सम्मान से नहीं सम्मानित किया जाना जाहिए था. वहीं दूसरी फैंस उम्मीद लगाए बैठे थे कि तूफानी पारी खेलने वाले सूर्यकुमार और डेविड मिलर में से किसी एक को दिया जा सकता था. लेकिन ऐसा नहीं और केएल राहुल ने इस मामले में बाजी मार ली. चलिए जानते हैं कि आखिरकार ऑफ-द-मैच के लिए केएल राहुल (KL Rahul) को ही क्यों चुना गया?
इस वजह से ऑफ-द-मैच के लिए KL Rahul को मिला
फैंस उम्मीद लगाए बैठे थे कि 22 गेंदों में 61 रनों की तुफानी पारी खेलने वाले 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्याकुमार यादव (Surya Kumar) को ऑफ-द-मैच के अवार्ड से नवाजा जाएगा. लेकिन फैंस की यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी. जबकि ऑफ-द-मैच के अवार्ड से टीम इंडिया के लिए शुरूआत करने आए केएल राहुल (KL Rahul) को दिया गया है. इसके 2 पाइंट बचाए जा रहे हैं. नबंंर-1 कि केएल राहुल (KL Rahul) पारी शुरूआत करने आए. उन्होंने इस दौरान बड़ी सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए टीम को अच्छा स्टार्ट दिलाया. जिसकी वजह से 237 रनों के विशाल स्कोर खड़ा किया जा सका.
वहीं दूसरा पाइंट यह कि केएल राहुल और रोहित शर्मा के बीच पहले विकेट के लिए दोनों खिलाड़ियों के बीच 96 रनों की साझेदारी हुई. जिससे टीम को एक मोमेंटम मिला. जिसकी वजह से निचले क्रम के बल्लेबाजों पर से दबाव हट गया. जिसकी वजह से सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) खुलकर बल्लेबाजी कर पाए. अगर केएल राहुल ने अच्छा प्लेफॉर्म सेट नहीं किया होता तो सूर्यकुमार इस तरह की बल्लेबाजी नहीं कर पाते. हालांकि डेविड मिलर (David Miller) ने भी अच्छी पारी खेली थी, लेकिन वो अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए. जिसकी वजह से उनके हाथ से अवार्ड फिसल गया.
क्लीन स्वीप होगी टीम इंडिया नज़र
टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली बार अपनी सरजमीं पर टी20 सीरीज जीती है. ऐसे में रोहित शर्मा एंड कंपनी 3 मैचों टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला जीतकर क्लीन स्वीप करना चाहेंगी. जबकि मेहमान टीम क्लीन स्वीप से बचने के लिए 4 अक्टूबर को खेले जाने वाले आखिरी मैच को हर हाल में जीतना जाहेंगी.
इस सीरीज के बाद एक बात तो निकलकर सामने आ गई है कि टीम इंडिया अभी अपनी खराब बॉलिंग से जूझ रही है. अगर आप 237 रन बनाने के बाद भी सिर्फ 16 रनों से जीतते हैं तो इसका मतलब साफ है आपका बॉलिग पक्ष काफी कमजोर है जिस पर टीम इंडिया को काम करने की जरूरत है. नहीं तो एशिया कप की तरह टी20 विश्व कप में वहीं अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.