भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. इंग्लिश कंडीशन में उन्होंने 2 साल बाद टेस्ट प्रारूप में खुद को साबित कर दिखाया है. एक लंबे अरसे से टेस्ट टीम की प्लेइंग इलेवन से बाहर चल रहे थे. लेकिन, शुभमन गिल के चोटिल होने के बाद उन्हें जब मौका मिला तो उन्होंने इस मौके को काफी शानदार तरीके से भुनाया.
अपनी बल्लेबाजी को लेकर केएल राहुल (KL Rahul) ने दी प्रतिक्रिया
84 रन की पारी खेलने के बाद युवा बल्लेबाज का कहना है कि, साल 2018 के इंग्लैंड दौरे (India vs England) पर मिली नाकामी से उन्होंने काफी कुछ सीखा है. कठिन हालात में बैक शॉट पर काबू रखना जरूरी है और इसी से उन्हें मौजूदा दौरे पर मदद मिल रही है. इंग्लैंड के खिलाफ खेलने से पहले उन्होंने काउंटी के खिलाफ तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच भी खेला था. जिसमें उन्होंने शानदार शतकीय पारी खेली थी.
इसके बाद इंग्लिश टीम के खिलाफ पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 84 रन की पारी खेली. भारतीय टीम गिरी हालत में 95 रन की बढ़त बना ली थी. तीसरे दिन का खेल खत्म के बाद केएल राहुल (KL Rahul) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए कहा कि,
"मेरे दिमाग में बहुत कुछ चलता रहता था. मुझे लगता था कि टेस्ट क्रिकेट में हर गेंद पर दो या तीन अलग शॉट खेल सकता हूं. लेकिन, मुझे समझ में आया कि उन पर काबू रखना होगा."
ब्रॉड और एंडरसन की तारीफ में भारतीय बल्लेबाज ने पढ़े कसीदे
उन्होंने आगे बातचीत करते हुए केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा कि,
"कई बार विकेट चुनौतीपूर्ण होते हैं. जिन पर अच्छे गेंदबाजों का सामना करते हुए कुछ शॉट्स खेलने से बचना जरूरी होता है. मैने टेस्ट क्रिकेट में अपने बीते खराब प्रदर्शन से सीख लिया और उसमें लेकर सुधार किया है".
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि,
"यहां खेलना चुनौतीपूर्ण है. उनके पास बेहतरीन गेंदबाज है. एंडरसन (James Anderson)और ब्रॉड (Stuart Broad) काफी कुशल है और कई बार टीम को मैच जिता चुके हैं. उन्हें खेलना आसान नहीं है."
रवींद जडेजा का साथ मिलकर की शानदार बल्लेबाजी
बता दें कि सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने आखिर तक पुछल्ले बल्लेबाजों का साथ दिया था. हालांकि रवींद्र जडेजा के साथ बल्लेबाजी करते हुए वो एंडरसन की गेंद पर कैच दे बैठे थे. इसके के साथ उनका शतक जमाने की कोशिश भी खत्म हो गई थी. लकिन, उनके और ऑलराउंडर जडेजा की शानदार अर्धशतकीय पारी के दम पर भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को पहली पारी में 95 रन की बढ़त हासिल की थी.