भारत और इंग्लैंज के बीच खेले जा रहे लॉर्ड्स टेस्ट मैच में भारतीय टीम की बेहतरीन शुरुआत हुई है। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) व रोहित शर्मा ने मिलकर पहले विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी की। अब रोहित तो 83 (145) के स्कोर पर आउट हो गए, लेकिन राहुल अभी भी डटे हुए हैं। उनकी बल्लेबाजी देखकर ये कहना गलत नहीं होगा की अब उन्होंने दूसरे ओपनर्स के लिए मानो सभी रास्ते बंद कर दिए हैं।
KL Rahul को किस्मत से मिला मौका
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल पिछले कुछ वक्त से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। दरअसल, वह लगभग दो सालों से राहुल टेस्ट टीम से बाहर चल रहे थे, सीमित ओवर में अच्छा प्रदर्शन करके उन्हें टेस्ट स्क्वाड में तो एंट्री मिल गई थी, लेकिन प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना बाकी था। तभी पहले शुभमन गिल चोट के चलते पूरी सीरीज से रूल्ड आउट हो गए।
फिर जब टीम मैनेजमेंट ने मयंक अग्रवाल को बतौर ओपनर खिलाना चाहा, तो मैच से एक दिन पहले उन्हें मोहम्मद सिराज की गेंद हेलमेट पर लगी, जिसके चलते उन्हें सिर दर्द की समस्या हुई और ऐहतियात बरतते हुए उन्हें पहले मैच में बेंच पर बैठा दिया गया। फिर आखिरकार KL Rahul को मिल गया रोहित शर्मा के साथ पारी खोलने का मौका।
जोरदार वापसी से छाए केएल
रोहित शर्मा के साथ इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में ओपनिंग करने नॉटिंघम टेस्ट में उतरे KL Rahul के लिए ये बड़ा मौका साबित हुआ। उन्होंने मौके पर चौका मारा और पहले मैच की पहली पारी में पहले तो उन्होंने रोहित के साथ मिलकर 97 रनों की पार्टनरशिप की और फिर जब रोहित आउट हो गए, तब भी वह क्रीज पर डटे रहे और 87 (232) रन बनाकर आउट हुए।
दूसरे मैच में भी टीम मैनेजमेंट ने रोहित-राहुल की जोड़ी के साथ उतरने का फैसला किया और एक बार फिर ये फैसला बिलकुल सही साबित हुआ। जब दोनों ने पहले विकेट के लिए इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में 126 रन जोड़े। एक बार फिर रोहित तो 83 रन पर आउट हो गए, लेकिन राहुल 117* के स्कोर पर मैदान पर डटे हुए हैं।
बंद कर दिए दूसरे ओपनर्स के लिए दरवाजे
सलामी बल्लेबाज के तौर पर KL Rahul ने अब तक इंग्लैंड सीरीज में ऐसा प्रदर्शन किया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। तो अब ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा की उन्होंने दूसरे ओपनिंग बल्लेबाजों जैसे मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ व शुभमन गिल के लिए सारे रास्ते बंद कर दिए हैं।
फिलहाल गिल तो भारत लौट चुके हैं, वहीं मयंक को टीम मैनेजमेंट प्लेइंग इलेवन में फिट नहीं कर पा रही है, क्योंकि राहुल लगातार अच्छा कर रहे हैं। साथ ही बैकअप ओपनर के रूप में इंग्लैंड पहुंचे शॉ को भी अब चांस मिलना मुश्किल ही दिख रहा है।