साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 टेस्ट मैचो की सीरीज (IND vs SA) में मिली हार के बाद टीम इंडिया (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बीते शनिवार को टेस्ट की कप्तानी छोड़ने का एलान कर पूरे विश्व क्रिकेट को चौका कर रख दिया. जिसके बाद अब विराट किसी भी फॉर्मेट में कप्तान नहीं रहे. कोहली के संन्यास लेने के बाद कई सारे पूर्व दिग्गज और साथी खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. इसी कड़ी में एक और नया नाम इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन का (Kevin Pietersen) भी जुड़ गया है.
विराट की कप्तानी को लेकर केविन पीटरसन का बड़ा बयान
टी20 की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके और वनडे की कप्तानी वापस ले लिए जाने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी पद से भी इस्तीफा दे दिया है. टी20 की कप्तानी उन्होंने पहले ही छोड़ दी थी, वही साउथ अफ्रीका दौरे से पहले उनसे वनडे की भी कप्तानी वापस लेकर इसकी जिम्मेदारी रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को सौंप दी गयी थी. विराट ने शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लम्बे चौड़े पोस्ट के साथ कप्तानी पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उन्होंने बढ़ते वर्कलोड को इसके पीछे का कारण बताया है.
वही कुछ लोग सौरव गांगुली (Saurav Ganguly) और बोर्ड (BCCI) के साथ चल रहे विवादों को इसका जिम्मेदार ठहराया है. हालाँकि इंग्लैंड के पूर्व धाकड़ क्रिकेटर केविन पीटरसन (Kvin Pietersen) का इस मामले में अलग राय है. पीटरसन के मुताबिक़ विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी छोड़ने के पीछे का सबसे बड़ा कारण पिछले कुछ सालों से चल रहे सख्त बायो-बबल का नियम है.
मैं विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने से हैरान नहीं हूँ
इंग्लैंड के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin pietersen) का मानना है कि, कोरोना के आने के बाद से चले आ रहे बायो बबल के पीछे का सख्त नियम ही विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी छोड़ने के पीछे का सबसे बड़ा कारण है. पीटीआई के हवाले से उन्होंने कहा,
बहुत सारे खिलाड़ियों को नुकसान हुआ है. यह दुनिया का सबसे बड़ा काम है. लेकिन जब आप उन्हें बायो बबल में डालते हैं, तो यह निश्चित रूप से सबसे बड़ा काम नहीं है क्योंकि इसमें कोई मजा नहीं है. मैं वास्तव में हैरान नहीं हूं कि विराट उस अतिरिक्त दबाव से थोड़ा सा ब्रेक चाहते हैं क्योंकि इन हालात में खेलना बहुत मुश्किल है. सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को आंकना बहुत मुश्किल है, चाहे वह प्रीमियर लीग फुटबॉलर हों या दुनिया भर का कोई भी खिलाड़ी, महामारी में खेल रहा हो.
शानदार रहा कप्तानी करियर
विराट कोहली (Virat Kohli) टीम इंडिया (Team India) के सबसे सफल कप्तान रहे हैं. भले ही विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने कोई आईसीसी ट्राफी (ICC Trophy) नहीं जीती हो, लेकिन विराट ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में एक अलग ऊँचाई पर पहुँचाया.
विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर 2 लगातार टेस्ट सीरीज जीता. वही इंग्लैंड में भी टीम इंडिया ने बढ़त हासिल की. विराट ने कुल 68 टेस्ट मैचो में टीम की कप्तानी की, जिसमें 40 मुकाबलों में भारतीय टीम को जीत हासिल हुई. कोहली टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल कप्तान है.