IPL 2022 में हैदराबाद सनराजर्स (SRH)के कप्तान केन विलियमसन (Kene Williamson) ने फैंस को काफी निराश किया है. वह अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए. हैदराबाद की टीम ने 13 मैच खेले हैं. जिसमें 6 में जीते और 7 मैचों में हार का सामना किया है. अंक तालिका पर नजर डालें तो, 12 अंकों के साथ 8वें स्थान पर है.
जिसकी वजह से विलियमसन को इस सीजन में आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है. इतना ही नहीं वह बीच में ही आईपीएल छोड़ अपने देश वापस लौट गए हैं. वह अपने दूसरे बच्चे के जन्म के लिए न्यूजीलैंड वापस लौट गए हैं. जिसके बाद फैंचाइजी की टेंशन बढ़ गई है. आखिरकार सबसे बड़ा सवाल यह कि केन विलियमसन की गैर मैजूदगी में टीम की कमान कौन संभालेगा? कयास लागाया जा रहा है कि इन तीन खिलाड़ियों को SRH के कप्तान बनाया जा सकता है...
भुवनेश्वर कुमार
हैदराबाद सनराजर्स (SRH) के कप्तान रूप में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को चुना जा सकता है. भुवनेश्वर कुमार काफी लंबे समय से आईपीएल में हैदराबाद के लिए खेल रहे हैं. वह इस टीम के खिलाड़ियों को भली भांति जानते हैं. वह टीम के सीनियर खिलाड़ियों के टच में रहे हैं. जिसका फायदा SRH को मिल सकता है. क्योंकि भुवनेश्वर ने साल 2019 में केन विलियमसन की गैर मैजूदगी में कप्तानी जिम्मा संभाला था. साथ ही इस खिलाड़ी को आईपीएल में 140 मैचों में खेलने का एक्सपीरिएंस भी है.
निकोलस पूरन
निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) सनराइजर्स हैदराबाद (SRH)के विस्फोटक बल्लेबाज हैं. जिन्हें फ्रेंचाइजी केन विलियमसन की गैर मैजूदगी में कप्तान के विकल्प के रूप मे चुन सकती है. क्योंकि, इस इस खिलाड़ी के पास कप्तानी करने की क्षमता है.
इसीलिए वेस्टइंडीज की टीम ने उन्हें हाल ही में कप्तान नियुक्त किया है. ऐसे में सनराजर्स हैदराबाद, निकोलस पूरन की तरफ भी जा सकती है. उन्होंने इस सीजन में कमाल की बल्लेबाजी की है. पूरन ने 13 मुकाबलों में 150 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 301 रन बनाए हैं.
एडन मार्क्रम
वैसे हैदराबाद सनराजर्स (SRH) की टीम केन विलियमसन (Kene Williamson) के विकल्प के तौर पर एडन मार्क्रम (Aiden Markram) को भी चुन सकती है. क्योंकि, यह खिलाड़ी साउथ अफ्रीका की नेशनल टीम की कमाल संभाल चुका है. एडन मार्क्रम ने फाफ की गैर मौजूगी में साउथ अफ्रीका की कप्तानी की थी. इससे पहले एडन मार्क्रम अंडर-19 टीम के कप्तान थे, इनके नेतृत्व में ही साउथ अफ्रीका ने अंडर-19 का विश्व कप जीता था.