विराट कोहली के जाते ही Karun Nair की टीम इंडिया में एंट्री! आखिर क्यों पूर्व कप्तान ने किया भेदभाव
Published - 24 May 2025, 10:58 PM

Table of Contents
Karun Nair: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम का ऐलान शनिवार (24 मई) को कर दिया है। करीब 8 साल से भारतीय टीम में वापसी का ख्वाब देख रहे करुण नायर पर मुख्य चयन समिति ने विश्वास जताया है। मगर विराट कोहली के जाते ही आखिर ऐसा क्या हुआ कि करुण नायर को टीम में इंडिया में वापसी का मौका मिल गया। वहीं, सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर विराट कोहली अपनी कप्तानी में करुण नायर (Karun Nair) को वापसी का मौका क्यों नहीं दे रहे थे, जबकि वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक ठोकने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं।
तिहरा शतक ठोकने के बाद निकाला बाहर

भारत के मध्यक्रम बल्लेबाज करुण नायर (Karun Nair) ने साल 2016 में इंग्लैंड के विरुद्ध अपने टेस्ट अध्याय की शुरुआत विराट कोहली की कप्तानी में की थी। इसी सीरीज के पांचवें मुकाबले में करुण नायर ने चेन्नई की मुश्किल पिच पर शानदार बल्लेबाजी करते हुए 381 गेंदों पर नाबाद 303 रन की पारी खेली थी, जिसके बाद वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक ठोकने वाले वीरेंद्र सहवाग के बाद मात्र दूसरे बल्लेबाज बन गए थे। करुण (Karun Nair) के तिहरा शतक जड़ने के बाद माना जा रहा था कि भारत को नंबर 5 के स्थान पर एक बेहतरीन बल्लेबाज मिल गया है, लेकिन मात्र 4 पारियों बाद ही करुण को टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और उसके 8 साल तक वह वापसी की राह देखते रहे।
क्यों नहीं दिया कोहली ने मौका?
हालांकि, उस समय करुण (Karun Nair) को बाहर करने पर कप्तान विराट कोहली को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, क्योंकि करुण को तिहरा शतक ठोकने के बाद टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था। लेकिन करुण का बाहर करने के पीछे का मुख्य कारण विराट कोहली नहीं बल्कि खुद करुण का प्रदर्शन था। दरअसल, तिहरा शतक ठोकने के बाद करुण ने अगली चार पारियों में सिर्फ 54 रन बनाए थे।
जबकि करुण ने भारत के लिए 6 टेस्ट की 7 पारियां खेली हैं, जिसमें उन्होंने 62.33 की औसत से 374 रन बनाए थे। अगर इसमें तिहरा शतक वाली पारी को हटा दिया जाए तो उन्होंने 6 पारियों में सिर्फ 71 रन भारत के लिए टेस्ट में बनाए थे और यही कारण है कि तत्कालीन कप्तान विराट कोहली समेत चयनकर्ताओं ने भी इस प्रतिभावान खिलाड़ी को टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
Karun Nair ने घरेलू क्रिकेट में लगाया रनों का अंबार
करुण नायर (Karun Nair) ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट मैच 25 मार्च 2017 को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेला था, जिसमें उनका स्कोर पहली पारी में मात्र 5 रन था तो दूसरी पारी में उनको बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। इसके बाद न सिर्फ उनका यह खराब फॉर्म घरेलू क्रिकेट में भी जारी रहा, जिसके बाद साल 2022-23 में खेली गई रणजी ट्रॉफी के लिए कर्नाटक टीम ने भी बाहर कर दिया, लेकिन इसके बाद करुण ने विदर्भ का हाथ थामा और यहां से उनकी किस्मत ने जबरदस्त पलटी मारी।
करुण (Karun Nair) ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में विदर्भ के लिए 9 मैच की 16 पारियों में 53.93 की औसत से 863 रन बनाए थे, जिसमें 4 शतक और 2 अर्धशतक शामिल थे। वहीं, विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में करुण ने विदर्भ के लिए 9 मैच की 8 पारियों में 389.50 की अद्भुत औसत से सबसे अधिक 779 रन बनाए थे, जिसमें 5 शतक और 1 अर्धशतकीय पारी शामिल थी। यही कारण है कि करुण ने न सिर्फ भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की बल्कि उन्हें आईपीएल 2025 में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी मिला।
ये भी पढ़ें- Karun Nair को 7 साल बाद मिला टीम इंडिया में कमबैक, तो RCB ने खास अंदाज में किया स्वागत, दिल छू लेगा पोस्ट
ये भी पढ़ें- साई सुदर्शन और करूण नायर को लेकर आया बड़ा अपडेट, जानिए इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिलेगी जगह या नहीं?