भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) अपने बोल्ड बयान देने के लिए जाते हैं. वह क्रिकेट से जुड़े मुद्दों पर अपनी सलाह देने से बिल्कुल भी परहेज नहीं करते हैं. विश्व कप विजेता ने पिछले कुछ महिनों पहले मेंटल हेल्थ को लेकर एक बयान दिया था. लेकिन उनके तेवर आज भी ऐसे ही बने हुए हैं. IPL खेलने की वजह से प्रेशर में हैं आए प्लेयर्स को एक बार फिर खरी-खोटी सुना दी हैं. उनके द्वारा एक इंटरव्यू में दिया गया सुर्खियों में बना हुआ है.
IPL प्रेशर में हैं आए प्लेयर्स पर भड़के Kapil Dev
भारत में हर साल आईपीएल का आयोजन किया जाता है. जिसमें भारतीय टीम समेत दुनिया भर से खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. आईपीएल का सीजन लगभग दो से ढ़ाई महीने तक चलता है. जिसे खेलने के बाद खिलाड़ी IPL में आ जाते हैं. उन प्लेयर्स को खरी-खोटी सुनाते हुए कपिल देव (Kapil Dev) ने एक इंटरव्यू दौरान कहा,
''खिलाड़ी कहते हैं कि हम आईपीएल खेल रहे हैं इसलिए बहुत प्रेशर है. यह शब्द सामान्य हो गया है. ऐसे खिलाड़ियों के लिए मैं कहता हूं कि मत खेलो. आपको कौन कह रहा है? अगर आप उस लेवल पर खेल रहे हैं तो दबाव होगा. आपकी प्रशंसा होगी और आलोचना भी, अगर आप आलोचना से डरते हो तो मत खेलो.''
कपिल देव (Kapil Dev) ने आगे कहा
''आप देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और आप पर दबाव है? यह कैसे संभव है? 100 करोड़ के देश में से केवल 20 खेल रहे हैं और फिर आप कहते हैं कि प्रेशर है? इसके बजाय कहें कि यह गर्व की बात है. आपको लोगों का इतना प्यार मिल रहा है. उस गर्व को आत्मसात करना सीखिए.''
''केले की दुकान लगाओ और अंडे बेचो''
पिछले कुछ समय में खिलाड़ियों को यह कहते हुए सुना गया है कि वह ज्यादा क्रिकेट खेलने की वजह से उनकी मानसिक हालात अच्छी नहीं रह पाती है. इसलिए वह क्रिकट से ब्रैक के रूप में दूरी बना लेते हैं. एशिया कप के दौरान विराट को भी रेस्ट दिया गया था. उन्होंने भी मेंटल हेल्थ को लेकर बताया था कि वह दवाब महसूस कर रहे है. वहीं देव (Kapil Dev) ने खिलाड़ियों को प्रेशर की परिभाषा समझाते हुए कहा,
''प्रेशर एक अमेरिकी शब्द है. अगर आप काम नहीं करना चाहते हैं तो ना करें. क्या कोई आपको मजबूर कर रहा है? जाकर केले की दुकान लगाओ. अंडे बेचो. आपको एक मौका मिला है तो आप इसे दबाव के रूप में क्यों लेते हैं. इसे आनंद के रूप में लें और मजे करें. जिस दिन आप ऐसा करना शुरू कर देंगे तो आपको काम आसान लगने लगेगा. लेकिन अगर आप इसे दबाव कहेंगे तो तो इससे कुछ अच्छा नहीं निकलेगा."