भारत-न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच इन दिनों जारी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस बीच केन विलियमसन (Kane Williamson) की पारी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि बारिश ने इस मुकाबले में में खलल डालने का एक भी मौका नहीं छोड़ा है. पहले दिन का मैच बारिश की वजह से प्रभावित रहा. तो वहीं दूसरे-तीसरे दिन का खेल भी खेल पूरी तरह से नहीं हो सका था. लेकिन, 5वें दिन टीम इंडिया ने जिस तरह से खेला वो विनिंग के मकसद से था.
5वें दिन लंच से पहले भारतीय गेंदबाज का चमका सितारा
बारिश के कारण दो दिन का नहीं हो सका था. लेकिन, ऐसे परिस्थियों के बाद भी भारतीय टीम जीत के लिए पूरी दमखम झोंकती हुई नजर आ रही है. इस मैच के 5वें दिन लंच से पहले और इसके बाद टीम इंडिया के गेंदबाजों ने जिस तरह का बेहतरीन प्रदर्शन किया था, उसे देखकर ये कहना गलता नहीं होगा.
लंच से पहले मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने मिलकर कीवी टीम को 3 बड़े झटके दिए थे. इसमें रॉस टेलर, हेनरी निकोल्स और बीजे वॉटलिंग जैसे बल्लेबाज थे. इस दौरान आखिर तक टीम की ओर से जो सबसे ज्यादा रक्षात्मक तरीके से खेल रहे थे वो टीम के कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) थे.
कीवी कप्तान की धीमी बल्लेबाजी कहीं जीत के इरादे से उलट तो नहीं
हालांकि न्यूजीलैंड की पहली पारी समाप्त होने के बाद से कप्तान के डिफेंसिव खेल की तकनीकि को लेकर कई तरह के लोग सवाल उठा रहे हैं. केन विलियमसन (Kane Williamson) ने फाइनल मैच की पहली पारी में 100 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 15 रन बनाए. हैरानी की बात तो ये है उनके टेस्ट करियर की ये सबसे धीमी पारी रही है.
टेस्ट जैसे लंबे फॉर्मेट के मैचों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब उन्होंने 100 गेंदों पर सिर्फ 15 रन बनाए हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा धीमी पारी खेलने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में उनका नाम दर्ज हो गया है. 100 गेंदों में धीमी पारी खेलते हुए उन्होंने एनरिच नोर्त्जे और चेतेश्वर पुजारा को इस मामले में पीछे छोड़ दिया है.
न्यूजीलैंड के कप्तान ने धीमी पारी के मामले में इन दो बल्लेबाजों का तोड़ा रिकॉर्ड
चेतेश्वर पुजारा ने इसी साल ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर 100 गेंदों का सामना करते हुए कुल 16 रन की पारी खेली थी. तो वहीं नोर्त्जे ने बीते साल इंग्लैंड के खिलाफ 100 गेंदों पर 16 रन की पारी खेली थी. फिलहाल केन विलियमसन (Kane Williamson) की धीमी पारी से उनके जीत और हार के इरादे का अंदाजा लगाना सही नहीं होगा. क्योंकि इस समय साउथैंप्टन की पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं है.
साउथैम्प्टन में परिस्थितियों के हिसाब से कप्तान की बल्लेबाज को दोष देना हद तक सही नहीं
इस समय पिच गेंदबाजों के पक्ष में ज्यादा नजर आ रही है. भारतीय गेंदबाजों की लाइन और लेंग्थ बल्लेबाज लिरोधी बल्लेबाजों को परेशान करने वाली है. खेल के 5वें दिन के पहले ही सेशन में इसका असर साफ देखने को मिला था जब 3 विकेट लेकर भारत ने कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) को बैकफुट पर आकर बल्लेबाजी करने के लिए मजबूरर कर दिया था. शायद ये बड़ी वजह रही कि वो ज्यादा वक्त तक डिफेंसिव अंदाज में खेलते हुए दिखाई दिए. यदि दूसरी पारी में भी उनकी यही तकनीकि रही तो मैच के ड्रॉ होने के पूरे आसार हैं.