INDvsENG: मैन ऑफ़ द मैच जो रूट ने खुद को नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को बताया जीत का असली हीरो

Published - 09 Feb 2021, 09:42 AM

खिलाड़ी

भारत-इंग्लैंड के बीच चेन्नई के एमए चिदंबरम में खेले गए पहले मैच में इंग्लिश टीम की जीत के बाद जो रूट मैन ऑफ द मैच घोषित किए गए हैं. इस मुकाबले भारतीय टीम की शर्मनाक हार हुआ है. 4 साल के बाद यह पहली बार है, जब टीम अपने घर में हारी है. पहले बल्लेबाजी करते हुए विरोधी टीम ने 555 रन का बड़ा लक्ष्य खड़ा किया था. जिसके पीछा करने उतरी टीम इंडिया 327 रन पर ढेर हो गई थी. दूसरी इनिंग में जो रूट की टीम ने 178/10 रन बनाए.

भारतीय टीम की हार, जो रूट बने मैन ऑफ द मैच

जो रूट

420 रन के मिले लक्ष्य को चेज करने भारत की तरफ से आधी टीम 5वें दिन लंच ब्रेक से पहले ही पवेलियन लौट चुकी थी. हालांकि विराट कोहली क्रीज पर टिके हुए थे, लेकिन आखिर में 83 रन बनाकर वो भी चलते बने. 227 रन के बड़े अंतर से भारत की शर्मनाक हार हुई है. जबकि इंग्लैंड के कप्तान अपने दोहरे शतक की बदौलत टीम को जिताने का साथ मैन ऑफ द मैच भी घोषित किए गए है.

भारत में जीत के साथ सीरीज के आगाज कर चुकी इंग्लैंड की टीम अब टेस्ट चैंपियनशिप में पहले नंबर का स्थान हासिल करते हुए, जो रूट ने जो शानदार उपलब्धि हासिल की है, वो वाइक काबिल-ए-तारीफ है. मैन ऑफ द मैच घोषित होने के बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है.

पहली लंबी साझेदारी करने का मिला सौभाग्य: जो रूट

जो रूट-मैन ऑफ द मैच

रूट ने अपने बयान में कहा कि,

'टॉस महत्वपूर्ण था, और यहां से हमें बहुत विकेट के जरिए इसे फॉलो भी करना था. हमने मैच के दौरान बहुत अच्छा किया. विदेशी पिच पर हालातों के मुताबिक 20 विकेट लेना गेंदबाजों की तरफ से किया गया शानदार प्रदर्शन रहा है. हमें शुरू से ही पता था कि यह एक अच्छा विकेट होगा'.

'पहली इनिंग में हमें पहली लंबी साझेदारी करने का मौका मिला. इसके बाद भी जो भी खिलाड़ी आए, उन्होंने भी स्कोर बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसके साथ ही हमें जीत का एक रास्ता भी मिल गया है, यदि हम यहां जीतने जा रहे हैं तो हर मैच में किसी को एक लंबी साझेदारी करनी होगी. दिचचस्प बात तो यह है कि पहले मुकाबले में यह सौभाग्य मुझे मिला था'.

एंडरसन की तारीफ में जो रूट ने पढ़े कसीदे

जो रूट

आगे बातचीत के दौरान जो रूट ने यह भी कहा कि,

'हमे पता था कि भारत हम पर मुश्किल हालातों में भी वापसी कर सकता है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमें स्कोर 400 के पार पहुंचाना था. लेकिन वहां कुछ समय खेलने के बाद, मुझे यह पता था कि, विकेट में भारी बदलाव आया है'.

इसके साथ ही रूट ने खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि,

'भारत की जीत के समीकरण को हम बदलना चाहते थे. गेंदबाजी के दौरान हम रन रेट के बारे में चिंता नहीं करना चाहते थे. लेकिन पहले मुकाबले में मिली जीत से मैं खुश हूं. एंडरसन जिस तरह से खुद को लगातार चैलेंज दे रहा है, वह 38 साल की उम्र में भी बेहतर कर रहा है. बाकियों के लिए भी रोल मॉडल है. उनका प्रदर्शन लेवल वही है, जो हमने देखा है'.