IND vs NZ 2021: मुंबई के एतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए दुसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को 372 रनों से एक करारी हार का सामना करना पड़ा. भारतीय स्पिन गेंदबाजो के सामने न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बिलकुल असहज नजर आये. जिसके बाद न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान जेरेमी कोनी (Jeremy Coney) ने इसको लेकर एक बड़ी प्रतिक्रिया दी हैं. कोनी का मानना है कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में करारी शिकस्त मिलने के बाद उनकी टीम को अच्छी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ अपना कौशल विकसित करने के लिए साहसी बनना होगा. इसमें समय और पैसा लगाने की जरूरत है.
न्यूजीलैंड क्रिकेट को साहसी होने की जरूरत है: Jeremy Coney
मुंबई में हुए दुसरे टेस्ट मैच में भारतीय स्पिन अटैक के सामने न्यूजीलैंड के सभी बल्लेबाज स्ट्रगल करते नजर आये. पहली पारी में जहाँ न्यूजीलैंड की पूरी टीम 62 रनों पर आलआउट हो गयी तो वही दूसरी पारी में वो महज 167 रन ही बना पायी. और मुकाबलें को 372 रनों के भारी अंतर से गवां बैठी. टीम की इस शर्मनाक हार के बाद पूर्व कप्तान जेरेमी कोनी (Jeremy Coney) ने एसईएनजेड’ पर कहा,
मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट को साहसी होने की जरूरत है. उन्हें स्पिन गेंदबाजी में विश्वास करने और खेल के उस हिस्से के विकास के लिए समय और पैसा देने की जरूरत है. हमें ऐसी जगह चाहिए, जहां खिलाड़ी बल्लेबाजी कोच की देख-रेख में स्पिन का सामना करें. हमें खिलाड़ियों को भारत भेजने का प्रयास करना चाहिए.
न्यूजीलैंड में स्पिन विकेट तैयार करने की जरुरत
मुंबई के खेले गये इस पुरे टेस्ट मैच में स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा. न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल (Ajaz Patel) ने भारत की पहली पारी में सभी 10 विकेट हासिल कर इतिहास रच दिया. ऐसा करने वाले वो विश्व के तीसरे गेंदबाज बन गए. उनसे पहले ये कारनामा इंग्लैंड के जिमी लेकर (James Lekar) और भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने किया था. एजाज ने दूसरी पारी में भी 4 विकेट हासिल किये थे. न्यूजीलैंड के लिए 52 टेस्ट में 2668 रन बनाने वाले कोनी (Jeremy Coney) ने कहा,
एक और विकल्प यह है कि हम न्यूजीलैंड में ऐसे विकेट तैयार करे जहां दूसरों की तुलना में गेंद को अधिक स्पिन मिले. इससे बल्लेबाजों के साथ विकेटकीपर और क्षेत्ररक्षकों को भी इन पिचों के बारे में समझने का मौका मिलेगा.