भारतीय क्रिकेट टीम की महिला खिलाड़ी जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने हाल ही में पीरियड्स के दौरान होने वाली मुश्किलों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई चीजों का सामना करना पड़ता है और ये दिन उनके लिए काफी मुश्किल भरे भी होते हैं. लेकिन, यह मुश्किलें उस दौरान ज्यादा बढ़ जाती हैं जब इस दौरान महिलाओं को कोई शरीरिक काम करना पड़ता है. जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने इसी बारे में होने वाली तकलीफों और अपने मानसिक स्थिति को लेकर कई बातें साझा की हैं.
भारतीय महिला क्रिकेटर ने किया बड़ा खुलासा
दरअसल भारतीय महिला क्रिकेटर ने हाल ही में यूट्यूबर रणवीर सिंह (Ranveer Singh) के साथ हुए एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि इस दौरान खिलाड़ियों को किन दिक्कतों से जूझना पड़ता है. उनका कहना है कि इस दौरान होने वाले दर्द के अलावा कपड़ों पर दाग लगने का डर हमेशा बना रहता है. यह एक ऐसी चुनौती है जिसका सामना पुरुष क्रिकेटर्स नहीं करते हैं.
जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) इन दिनों मुंबई में हैं लेकिन, न्यूजीलैंड दौरे पर पहुंची टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है. इसी बीच उन्होंने यूट्यूबर रणवीर सिंह के चैनल बीयर बाइसेप्स को इंटरव्यू दिया. इसके साथ ही अपने सफर के बारे में बताया. लेकिन, उन्होंने ये भी खुलासा किया कि कैसे महिला खिलाड़ियों की चुनौतियों पीरियड्स के दौरान बढ़ जाती हैं. उन्होंने वर्ल्ड कप (ICC Women’s World Cup) से ड्रॉप होने के बाद अपने मुश्किल समय के बारे में भी बताया है.
पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्या को कोई नहीं समझ सकता
भारतीय महिला क्रिकेटर ने बातचीत के दौरान बताया कि कई महिला क्रिकेटर्स के लिए पीरियड्स का समय काफी दर्द भरा होता है. अपने साथी खिलाड़ियों के बारे में बात करते हुए स्टार क्रिकेटर ने कहा कि कई बार तो ऐसा भी हो जाता है कि खिलाड़ियों के लिए चलना भी मुश्किल हो जाता है. उन्हें पेन किलर लेकर मैदान पर उतरना पड़ता है. क्योंकि पीछे हट जाने का विकल्प उनके पास नहीं होता है.
समस्या यहीं नहीं खत्म होती बल्कि इस बात का भी डर दिमाग में रहता है कि कहीं कपड़ों पर दाग न लग जाए और इस वजह से बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है. जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) का कहना है कि महिला क्रिकेटर्स की यह परेशानी कोई नहीं समझ पाता है. हाल ही में वर्ल्ड कप के लिए भारतीय महिला टीम अनाउंस हुई थी जिसमें इस खिलाड़ी को जगह नहीं मिली.
महिला खिलाड़ी के लिए काफी मुश्किल रहा था ये वक्त
इस युवा क्रिकेटर के लिए ये समय काफी मुश्किल था और टीम में जगह न मिलने के बाद वो पूरी तरह से टूट गई थीं. हालांकि उन्होंने खुद को वक्त भी दिया और अपने गुस्से और दुख को दबाने के बजाय उसके बारे में अपने मां और पिता से बात की. जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने अपने पिता से बात करते हुए कहा कि वह मानसिक तौर पर अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं और थोड़ा ब्रेक चाहती हैं.
यह बात सुनकर उनके माता-पिता रोने लगे थे. इसके बाद महिला खिलाड़ी ने खुद को खुश रखने के लिए हॉकी खेलना शुरू किया और अब वह इस बात पर जोर दे रही हैं कि क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए वह खुद में और क्या बेहतर कर सकती हैं.