श्रीलंका दौरे (Sri lanka Tour) के लिए 20 सदस्यीय टीम का ऐलान हो चुका है. शिखर धवन के नेतृत्व में खेली जाने वाले इस सीरीज में एक बार फिर से सौराष्ट्र के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) को नजरअंदाज कर दिया गया है. इस फैसले के बाद कई दिग्गज क्रिकेटर भी इस फैसले पर हैरानी जता चुके हैं. यहां तक कि, फैंस भी चयनकर्ताओं के इस निर्णय पर भड़के हुए हैं. इन कहासुनी के बीच अब खुद तेज गेंदबाज ने बड़ा बयान दिया है.
सोशल मीडिया छोड़ने का किया ऐलान
दरअसल टीम इंडिया के गेंदबाज ने सोशल मीडिया को छोड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके बारे में उन्होंने खुद एक ट्वीट करते हुए फैंस को बताया है. इस बारे में उन्होंने एक लंबा-चौड़ा नोट भी लिखा है. जिसके जरिए उन्होंने अपने सलेक्शन ना होने के बाद ये बताने की कोशिश की है कि, वो अब अपने खेल पर अब और मेहनत करेंगे.
उनका कहना है कि, अब मैं सोचने में वक्त जाया नहीं करूंगा कि, किस कारण मुझे इस दौरे पर नहीं चुना गया और आखिर कब टीम में मेरा नंबर आएगा. मैं आखिर तक इसके लिए लड़ता रहूंगा. दरअसल बीसीसीआई ने शिखर धवन के नेतृत्व में जिन 20 सदस्यों को दौरे के लिए चुना है उसमें जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) का नाम नहीं है.
दिग्गजों से के अनुभव से हार मानना ना सीखा है- भारतीय क्रिकेटर
इस दौरे पर 5 नेट गेंदबाजों को भी टीम में शामिल किया गया है. लेकिन उसमें भी खिलाड़ी को जगह नहीं दी गई. जाहिर सी बात है कि, इस फैसले के बाद तेज गेंदबाज टूटे जरूर हैं. लेकिन, अपने हौसलों को उन्होंने कमजोर नहीं होने दिया है. इस बारे में जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने ट्विटर पर एक संदेश लिखकर साझा किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि, जब मैं एक बच्चा था, तब मैंने इस खेल में अपना जुनून पाया. महान खिलाड़ियों को पूरे दिल से मैदान पर खेलते देखकर मुझे प्रेरणा मिली.
इतने सालों में मुझे भी ये एक्सपीरियंस करने का मौका मिला. हर चीज से ऊपर, मैंने उन दिग्गजों में कभी ना हार मानने का जुनून देखा था. वो मुझमें भी उतर आया है. मैं जब युवा था, तो कुछ लोगों ने मुझे कच्चा समझा और मुझ पर छोटे शहर से आकर बड़े ख्वाब देखने वाले का ठप्पा लगा दिया. लेकिन, धीरे-धीरे सबकी सोच बदल गई. इसका कारण ये था कि मैं खुद बदल गया. मैं तैयार हुआ. मैंने कामयाबी, नाकामी, हर चीज को संभालना सीखा.
मैं और ज्यादा मेहनत करूंगा- तेज गेंदबाज
इसी सिलसिले में उन्होंने अपने इस नोट में आगे लिखा कि,
क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया है. ऐसे में मैं एक पल भी नहीं पछताने में वक्त नहीं बर्बाद करने वाला हूं कि मैं क्यों नहीं?. या फिर मेरा समय कब आएगा. मैंने ऐसा क्या गलत किया. मैं आखिर इसके लिए आखिर तक लड़ता रहेंगे.
जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने ये भी लिखा कि,
करियर के इस मोड़ पर मैंने जो भी अनुभव हासिल किया है. मैं सिर्फ उसकी प्रशंसा करने जा रहा हूं. हो सकता है कि लोग इसे मेरी कमजोरी समझें. लेकिन, मैं अपनी आक्रामकता मैदान के लिए बचाकर रखूंगा. मेरा समर्थन करने वाले सभी फैंस का धन्यवाद और आभार. अब अपने खेल पर ज्यादा ध्यान देने और मेहनत करने की जरूरत है. तब तक, सोशल-मीडिया डिटॉक्स मोड चालू है!
💪🏼🔥 pic.twitter.com/4Yo4r0VKeK
— Jaydev Unadkat (@JUnadkat) June 12, 2021