WTC Final: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जा रहा है. इस टेस्ट में भारतीय टीम की तरफ से मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव के रुप में तीन तेज गेंदबाज खेल रहे हैं. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने एक ऐसे गेंदबाज को इस महत्वपूर्ण मुकाबले में मौका नहीं दिया है जिसका घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन अच्छा रहा था और उसने पिछले साल 12 साल बाद टीम इंडिया में वापसी की थी. इस गेंदबाज का नाम है जयदेव उनादकट.
12 साल बाद वापसी के बावजूद सिर्फ कुर्सी पर बिठाया
जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) बाएं हाथ के बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं. उनका घरेलू क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड रहा है लेकिन टीम इंडिया की तरफ से अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें मौके न के बराबर मिले हैं. पिछले साल उन्होंने 12 साल बाद टेस्ट में वापसी की थी लेकिन उसके बाद भारत ऑस्ट्रेलिया होम टेस्ट सीरीज और अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final) के फाइनल में उन्हें जगह नहीं मिली है. वे पिछले महीने के दौरान जब भी टीम इंडिया का हिस्सा रहे हैं सिर्फ कुर्सी पर ही समय बिताना पड़ा है.
ले सकते हैं संन्यास का फैसला
लगभग 13 साल पहले भारत के लिए डेब्यू करने वाले जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) को सिर्फ इंतजार करना पड़ा है. उनके बाद कितने ही गेंदबाजों को खराब प्रदर्शन के बावजूद काफी मौके मिले और बाद में उन्होंने अपनी क्षमता साबित भी कर दी लेकिन जयदेव उनादकट को उनकी क्षमता को साबित करने का मौका नहीं मिला. लगातार उपेक्षा का शिकार जयदेव उनादकट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) के बाद संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. हालांकि वे घरेलू क्रिकेट निश्चित रुप से खेलते रहेंगे.
जयदेव उनादकट का करियर
जयदेव उनादकट ने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच से अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी. पिछले 13 साल में बाएं हाथ का ये तेज गेंदबाज टीम इंडिया की तरफ से सिर्फ 2 टेस्ट और 7 वनडे मैच खेले हैं. टेस्ट मैचों में उनके नाम 3 जबकि वनडे में 8 विकेट मिले हैं.