पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ जावेद मियांदाद (Javed Miandad) अपनी ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने समय में गेंदबाज़ों को खूब परेशान किया है. उनका खेलने का अंदाज़ सबसे हट कर था. जावेद मियांदाद की गिनती पाकिस्तान में नहीं बल्कि पूरे विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में होती है. लेकिन एक बेहतरीन बल्लेबाज़ होने के अलावा जावेद अपनी अजीबो-गरीब हरकतों के लिए भी जाने जाते थे. ऐसे में आज हम बात करेंगे उनके (Javed Miandad) और किरण मोरे के बीच हुए सबसे लोकप्रिय किस्से की.
Javed Miandad ने खींची थी किरण मोरे की टांग
1992 वर्ल्डकप में भारत और पाकिस्तान के बीच 4 मार्च यानी आज ही के दिन हुए मुकाबले में कुछ ऐसा देखने को मिला था, जिनको क्रिकेट फैंस आज तक नहीं भुला पाए. भारत-पाकिस्तान के उस मुकाबले में, पाकिस्तान के घातक बल्लेबाज़ जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने किरण मोरे का काफी मज़ाक उड़ाया था, जिसको देख फैंस आज भी हसते हैं. दरसअल, उन्होंने किरण मोरे की मिमिक्री की थी.
आपको बता दें कि, वनडे वर्ल्डकप 1992 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले में, टीम इंडिया ने सचिन तेंदुलकर की 54 रन की अर्धशतकीय पारी और अजय जडेजा की 46 रन की पारी की बदौलत 216 रन का लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में पाकिस्तान ने अपने सलामी बल्लेबाज़ इंज़माम उल हक और ज़ाहिद फज़ल को जल्दी खो दिया था.
इसके बाद आमिर सोहेल और जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने मिलकर टीम की पारी को संभाला था और 88 रन की पार्टनरशिप भी लगाई थी. इसी के साथ जावेद की इस पारी के दौरान भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे और इनके बीच में गरमा गर्मी दिखाई दी. दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को कुछ ना कुछ बोले जा रहे थे.
इस वजह से हुई थी दोनों खिलाड़ियों में बहस
जावेद मियांदाद (Javed Miandad) और किरण मोरे के बीच गरमा गर्मी तब देखने को मिली, जब सचिन तेंदुलकर की एक गेंद पर किरण मोरे ने ज़ोरदार एलबीडब्ल्यू अपील की थी. हालांकि मियांदाद को ऑउट नहीं दिया गया. लेकिन उसके बाद भी मोरे नहीं रुके और उन्होंने जावेद मियांदाद को उसी ओवर में रन आउट करने की कोशिश की, जबकि वे क्रीज में ही खड़े थे.
भारतीय टीम के विकेटकीपर किरण मोरे के ऐसा करने के बाद, जावेद मियांदाद उनका मज़ाक बनाते हुए उनकी मिमिक्री करते नज़र आए. मियांदाद ने मोरे की जमकर टांग खींची. जावेद मियांदाद दोनों हाथों से हवा में बल्ला पकड़े कूदते हुए नज़र आ रहे थे, साथ ही वे ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला भी रहे थे. 30 साल बाद भी क्रिकेट फैंस इस इंसिडेंट को भुला नहीं पाए. क्योंकि जो मियांदाद ने फील्ड पर किया था वो सबसे हटकर था.