'रोहित शर्मा ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया, मुझे मुंबई इंडियंस में वह करने की आजादी दी जो मैं चाहता था'

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Manvi Nautiyal
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'रोहित शर्मा ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया, मुझे मुंबई इंडियंस में वह करने की आजादी दी जो मैं चाहता था'

Jasprit Bumrah ने साल  2013 में अपना आईपीएल डेब्यू मैच खेला था, लेकिन वह भारत में डेब्यू करने के बाद 2016 में ही एमआई की योजनाओं का नियमित हिस्सा बन गए। अपने YouTube शो पर आर अश्विन से बात करते हुए, बुमराह (Jasprit Bumrah) ने कहा कि रोहित के साथ उनके संबंध उनके करियर के शुरुआती दौर से ही रहे हैं और कप्तान का उन पर जो भरोसा था, उसने उनके करियर में एक बड़ी भूमिका निभाई।

रोहित शर्मा के साथ अपने रिश्ते पर Jasprit Bumrah ने दिया बयान

jasprit bumrah

रोहित शर्म के साथ अपने रिश्ते को लेकर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने कहा,

“शुरुआती दिनों से मेरा और रोहित का रिश्ता बहुत अच्छा रहा है। जब मैं टीम में आया तो रिकी पोंटिंग कप्तान थे लेकिन मैं नियमित रूप से नहीं खेल रहा था। लेकिन रोहित के तहत, मैंने नियमित रूप से खेला। उन्हें मुझ पर बहुत भरोसा था, उन्होंने आत्मविश्वास जगाया। उन्होंने नेट्स पर मेरी गेंदबाजी और कौशल को देखा है। उन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया, मुझे खुद पर विश्वास करने के लिए कहा। शुरुआती दौर में भी उन्हें मुझ पर काफी भरोसा दिखाया था। वह मुझे अहम ओवर देंगे। हमारा ऐसा ही रिश्ता रहा है।”

आगे उन्होंने कहा ,

“अब हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां वह (रोहित) मुझे कुछ भी नहीं बताते हैं। वह कहते है कि 'आप मैदान को अपने दम पर सेट करें, अगर आपके पास कोई बदलाव है, तो मुझे बताएं, मैं वह करूंगा'। उन्हे मुझ पर भरोसा है क्योंकि मैंने मैदान पर ऐसा काम किया है। कभी-कभी प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं दिखता है, लेकिन वह हमेशा टीम में माहौल को बहुत ही सरल और शांत रखते हैं। उनके अधीन मुझे जो कुछ भी करना है वो करने की आजादी मिली है। उन्होंने वास्तव में मेरी मदद की है।”

'शेन बॉन्ड ने मुझे मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर निकाल है'

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जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने मुंबई इंडियंस में अपने शुरुआती दिनों के दौरान अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर जाकर नई चीजें सीखने में मदद करने में शेन बॉन्ड की भूमिका पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,

“शेन बॉन्ड ने मुझे मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर निकाल दिया और मैंने नई चीजों को आजमाने की कोशिश की। जो काम मैंने नहीं किया, उसे कहकर शेन ने मुझ पर दबाव डाला। उदाहरण के लिए, मैं ओस के कारण धीमी गेंद नहीं फेंक सकता। मैंने धीमी यॉर्कर विकसित की। अलग-अलग चीजों की कोशिश करना और इसे अमल में लाने के लिए आत्मविश्वास हासिल करना एमआई में आया।”

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