टी20 विश्व कप 2021 के खराब टूर्नामेंट के बाद वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम इस वक्त श्रीलंका (WI vs SL) के दौरे पर है। इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाने वाली है। जहां, श्रीलंकाई टीम की कप्तानी दिमुथ करुणारत्ने के हाथों में है, वहीं West Indies टीम की कमान क्रेग ब्रेथवेट के हाथों में सौंपी गई है। इस सीरीज का हिस्सा Jason Holder ने हाल ही में बयान दिया है कि जो खिलाड़ी बायो बबल में क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को मदद की जरुरत अधिक है।
क्या खिलाड़ियों पर होगा दबाव?
टी20 विश्व कप 2021 के बाद West Indies के कई खिलाड़ियों को आराम दिया गया और क्रेग ब्रेथवेट की कप्तानी में स्क्वाड को तैयार कर श्रीलंका दौरे पर भेजा गया है। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान Jason Holder से पूछा गया कि क्या T20 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन से वेस्टइंडीज की वर्तमान टीम पर दबाव रहेगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा,
‘मुझे ऐसा नहीं लगता। आप जानते हैं कि यह पूरी तरह से अलग टीम है। यह एक फ्रेश ग्रुप है। ये लोग जानते हैं कि इनसे क्या उम्मीदें हैं? हमने दिखाया है कि हम जीत सकते हैं। हम बांग्लादेश में जीते। हालांकि, हम सिर्फ क्रिकेट खेलने जा रहे हैं। हम जानते हैं कि हम खेल सकते हैं। मुझे लगता है कि जब हमसे काफी ज्यादा उम्मीदें की जाती हैं तो हम मुश्किल में पड़ जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति की अपनी भूमिका होती है और हम सभी को हमारा रोल मिल चुका है। अब हमें अपनी क्षमता के अनुसार खेलना है और खुद को जीतने का बेहतरीन मौका देना है।’
बायो बबल में रहना है कठिन
कोरोना वायरस के आने के बाद खिलाड़ियों की जिंदगी भी काफी चैलेंजिंग हो गई है। लंबे वक्त तक बायो बबल में रहने से उन्हें मानसिक समस्याओं से भी गुजरना पड़ रहा है। Jason Holder ने आगे बायो बबल के बारे में बात करते हुए बताया,
'हां, यह बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। मैंने बायो बबल के अंदर करीब एक साल बिताया। ये वास्तव में बेहद कठिन है। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के बाद मैं अपने लिए कुछ वक्त निकालूंगा। अब काफी वक्त बीत चुका है। बारबडोस में अपने दोस्तों और परिवार से दूर रहना बेहद कठिन था। पिछली बार जब मैं बारबडोस में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेल रहा था, तब बायो बबल में ही फंसकर रह गया और घर भी नहीं जा सका। अपने देश में होने के बावजूद बायो बबल में फंसे रहना बेहद कठिन था।'
करीबियों से मिलना है बेहद अहम
Jason Holder ने बताया कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों ने भी खिलाड़ियों की मानसिक सेहत की देखभाल के लिए विशेषज्ञ नियुक्त किए हैं। वहीं, कई टीमें फुल टाइम स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट्स को नियुक्त करने की तैयारी में हैं। खिलाड़ी ने कहा,
'जब आप जानते हैं कि आपको थोड़े समय की जरूरत है तो किसी और चीज से आपकी मदद नहीं होती है। अपने दोस्तों, परिजनों और करीबियों को देखना और उनसे मिलना बेहद अहम होता है। एक होटल में फंसकर रह जाना बेहद कठिन काम है। लेकिन जैसा कि मैंने पहले भी कहा, उम्मीद है कि 2022 में हालात सामान्य हो जाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि ज्यादातर सरकारें इस कोशिश में लगी हैं।'