आप सभी को दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच में अचानक से पिच में घुसकर खेल में व्यवधान डालने वाला जार्वो (Jarvo) तो याद ही होगा। जो खुद को भारतीय टीम का हिस्सा बताता है। पहले दोनों बार पिच से निकल दिए जाने के बाद लोगों ने सोचा होगा कि अब वो फिर से ऐसा नहीं करेंगे। लेकिन, केनिंग्टन टेस्ट में इंग्लैंड की पारी के बीच में ही वो गेंद पकड़कर गेंदबाजी करने लगे। जिसके बाद उन्हें फिर से पिच से बाहर निकाल दिया गया। हालांकि इस वाक्ये के बाद खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए जार्वो को हमला करने के संदेह में गिरफ्तार कर लिया गया है।
जब चौथे टेस्ट में गेंदबाजी करने लगे Jarvo
केनिंग्टन में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के 34 वें ओवर की बात है। जब ओली पोप और जॉनी बेयरस्टो क्रीज पर थे। वैसे तो यह ओवर उमेश यादव करवा रहे थे। ओवर की दूसरी गेंद विकेटकीपर के पास गई थी। जिसे वापस गेंदबाज की तरफ फेंक दिया गया, कि तभी Jarvo ' 69' दौड़ते हुए आए और गेंद को पकड़कर खुद ही गेंदबाजी करने लगे।
गेंद फेंकने के बाद वो खुद पर काबू नहीं रख सके और सीधे बेयरस्टो से जाकर टकरा गए। यह हादसा हुआ तब सभी का ध्यान उन पर गया। इसके बाद डेनियस जार्विस (जार्वो) को पुलिस ने उन्हें खेल को बीच में रोकने के जुर्म में और हमला करने के संदेह में गिरफ्तार कर लिया। इसी के साथ पिच की सुरक्षा व्यवस्था पर भी क्रिकेट पंडित सवाल उठा रहा हैं।
पहले भी लग चुका है प्रतिबन्ध
Jarvo को मारपीट और चोट पहुंचाने के संदेह में गिरफ्तार किया जा चुका है। इससे पहले उन्हें पिच पर घुसकर गेंदबाजी करते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा वायरल हो गया था। जिसमें वो जॉनी बेयरस्टो से टकरा भी जाते हैं। ट्विटर पर इस घटना की निंदा भी की गई।
पेशे से कॉमेडियन जार्वो पर यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब ने इस अपराध के लिए पहले भी आजीवन प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, अन्य अंग्रेजी काउंटियों द्वारा इस तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। लेकिन, अब ईसीबी पर गंभीरता से ध्यान देने का दबाव बढ़ रहा है क्योंकि इस प्रकार की घटनाओं से सुरक्षा में बड़ा उल्लंघन हो सकता है।