भारत और बांग्लादेश के बीच बीते शनिवार को एकदिवसीय सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला गया। यह मुकाबले चट्टोग्राम के जहूर अहमद स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने बांग्लादेश के ऊपर 227 रनों की रिकॉर्ड जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही भारत अपनी फजीहत कराने से तो बच गया। लेकिन, सीरीज मेजबान टीम अपने नाम करने में कामयाब रही।
पिछले मुकाबले में टीम इंडिया के सलामी बललेबाज ईशान (Ishan Kishan) के बल्ले ने मैदान के चारो तरफ शॉट खेलकर बांग्लादेशी गेंदबाजी लाईनअप की कमर तोड़ कर रख दी। इस मैच में ईशान किशन ने दोहरा शतक ठोका। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी0 रणनीति का खुलासा करते हुए टीम में अपनी जगह को लेकर भी भावुक नजर आए। इशारो ही इशारो में उन्होंने BCCI चयनकर्ताओं पर भी निशाना साधा है।
मैं 300 रन बना सकता था- Ishan Kishan
बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज का आखिरी मुकाबला 10 दिसंबर को खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम को सीरीज की पहली जीत नसीब हुई। सलामी बल्लेबाज ईशान किशन को रोहित शर्मा के चोटिल होने के बाद टीम में चुना गया। इससे पहले वह सीरीज के दोनों मुकाबले में टीम का हिस्सा नहीं थे। लेकिन, जब उन्हें मौका मिला तो वह ऐसे गरजे की 4 खिलाड़ियों के रन अकेले ही बना डाले। मैच के बाद प्रेस कॉन्फेन्स में ईशान किशन ने कहा,
"जब मैं आउट हुआ तब मैनें पीछे पलट के देखा की अभी 15 ओवर बाकी हैं। तक मुझे बाद में ऐसा महसूस हुआ कि मैं इस मुकाबले में 300 रन मार सकता है। मेरे बल्ले पर गेंद बिल्कुल सटीक ढंग से आ रही थी। उस दौरान मुझे लग रहा था कि मैं हर गेंद को बाउंड्री के बाहर भेज सकता हूं। लेकिन, मै बाद में निराश हुआ क्योंकि मै अपने 300 रन नहीं बना पाया। विराट भाई ने मैदान पर मेरा हौसला अफजाही किया।
क्रीज पर में कोहली भाई से ज्यादा बातचीत तो नहीं कर पाया लेकिन, में उन्हें खेलते हुए देख रहा था कि वह खिलाड़ियों को किस प्रकार खेल रहे है और कौन-सा शॉट किस गेंद पर खेल रहे है। जब कोहली क्रीज पर आए तो उनके साथ खेलने के लिए उत्साहित था। इससे पहले में उनके साथ कभी भी ज्यादा देर तक नहीं खेल पाया। हमारे बीच कमाल की साझदारी हुई।"
मैं नहीं अब मेरा बल्ला बोलेगा- Ishan Kishan
बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचो की श्रृंखला में ईशान को टीम में चुना गया था।हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें शुरू के दो मुकाबलो में टीम में जगह नहीं दी थी। लेकिन, तीसरे मुकाबले में कप्तान केएल राहुल ने उनपर भरोसा जताते हुए किशन (Ishan Kishan) को टीम में शामिल किया। वह उनके विश्वास पर खरे उतरे और दोहरा शतक ठोक दिया। बावजूद इसके, टीम में बार-बार फेरबदल से खिलाड़ी नाखुश दिखाई दे रहे है। सीरीज में जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते है बीसीसीआई उसे टीम से बाहर कर देती है। इसी बीच एक पत्रकार ने उनसे उनकी टीम में जगह के बारे में सवाल पूछा कि वह किस पोजिशन पर बल्लेबाजी करना चाहते है। किशन ने आखिर में कहा,
"मै टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर निश्चिंत नहीं हूं। खिलाड़ी यहां आते हैं और अपना 100 फीसदी देते हैं। रही बात टीम में मेरी जगह की तो मैं किसी भी पोजिशन पर बल्लेबाजी कर सकता हूं। टीम इंडिया में उन खिलाड़ियों का सेलेक्शन होता है जो अलग-अलग पोजिशन पर बल्लेबाजी करने के बाद टीम में चुने जाते है। वहीं अभी मैनें 200 मार दिए हैं तो क्या पता टीम में मेरी जगह पक्की हो जीाए। लेकिन, अब मैं नहीं मेरा बल्ला बोलेगा।"
बता दें कि तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में ईशान किशन (Ishan Kishan) ने 210 रनों की रिकॉर्डतोड़ पारी पारी खेली। इसी के साथ ही वो इंटरनेशनल क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले 9वें बल्लेबाज बन गए हैं। वहीं भारत की ओर से ये उपलब्धि हासिल करने वाले ऐसे चौथे खिलाड़ी बन गए हैं जिसने दोहरा शतक ठोका हो। मुकाबले की बात करें तो उन्होंने अपनी 210 रनों की पारी के लिए 131 गेंदो का सामना किया। इस दौरान उनके बल्ले से 24 चौके और 10 गगनचुंबी छक्के देखने को मिले। इस धुंआधार पारी के साथ ईशान ने नजरअंदाज कर रहे BCCI चयनकर्ताओं को अपने बयान के जरिए चेतावनी भी दे दी है।